UP Election 2022: यूपी विधानसभा चुनाव 2022 के पहले चरण की वोटिंग के लिए अब सिर्फ तीन दिन का समय बाकी रह गया है. सभी पार्टियों ने अपने-अपने स्टार प्रचार मैदान में उतार दिए हैं. इस बीच मेरठ में AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी और बीजेपी की स्टार प्रचारक बबीता फोगाट के काफिले पर हमले के बाद निर्वाचन आयोग ने बड़ा कदम उठाया है. आयोग ने राज्य सरकारों को निर्देश दिए हैं कि वे स्टार प्रचारकों को सुरक्षा मुहैया कराएं.
निर्वाचन आयोग ने सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को निर्देश दिया कि वह राजनीतिक दलों के स्टार प्रचारकों को चुनाव के दौरान पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराएं. निर्वाचन आयोग ने कहा कि उन्हें पता चला है कि विधानसभा चुनाव वाले पांच राज्यों में स्टार प्रचारकों को सुरक्षा संबंधी समस्या का सामना करना पड़ रहा है. आयोग ने अपने पत्र में किसी खास मामले का जिक्र नहीं किया गया है.
आयोग ने पत्र में आगे कहा कि संबंधित पार्टी दौरे की योजना, मार्ग का चार्ट और अन्य जरूरी जानकारी जिलाधिकारी और मुख्य चुनाव अधिकारी को देंगी, ताकि उनके स्टार प्रचारकों को जरूरी सुरक्षा प्रदान की जा सके. पत्र में कहा गया है कि स्टार प्रचारकों की सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी एक नोडल अधिकारी द्वारा राज्य स्तर पर और एक नोडल अधिकारी द्वारा जिला स्तर पर की जाएगी. नोडल अधिकारी की नियुक्ति संबंधित राज्य सरकारें या केंद्र शासित प्रदेशों की सरकारें करेंगी.
दरअसल, एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ओवैसी अपनी पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के स्टार प्रचारकों में शुमार हैं. पश्चिमी उत्तर प्रदेश में चुनाव प्रचार के दौरान उनकी कार पर गोली चलाने की घटना के बाद से प्रदेश में स्टार प्रचारकों की सुरक्षा को लेकर बड़ा सवाल उठने लगा था. हालांकि, ओवैसी की कार पर गोली चलाने वाले दोनों युवकों को गिरफ्तार कर 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.
इसके अलावा 5 जनवरी को मेरठ में सिवालखास विधानसभा क्षेत्र के गांव दबथुवा में भाजपा प्रत्याशी का जनसंपर्क के दौरान जमकर विरोध हुआ. इस दौरान भाजपा की स्टार प्रचारक और इंटरनेशनल रेसलर बबीता फोगाट के काफिले पर दबथुआ में हमला कर दिया गया. रेसलर बबीता फोगाट डोर-टू-डोर चुनाव प्रचार कर रही थीं. इस दौरान न सिर्फ उनका विरोध किया गया बल्कि समर्थकों के साथ मारपीट भी की गई. इस हमले में कई लोगों के घायल होने की खबर है.