UP Assembly Election 2022: बाहुबली पूर्व सांसद धनंजय सिंह जौनपुर की मल्हनी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे. उन्हें जनता दल यूनाइटेड ने प्रत्याशी बनाया है. धनंजय सिंह ने बुधवार को नामांकन दाखिल किया. हाल ही में एसटीएफ ने अजीत सिंह हत्याकांड में उन्हें क्लीन चिट दी है.
लखनऊ के विभूतिखंड में छह जनवरी 2021 को मऊ के पूर्व ब्लॉक प्रमुख व हिस्ट्रीशीटर अजीत सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई. हत्या का आरोप धनंजय सिंह पर लगा. पहले एफआईआर में धनंजय सिंह का नाम नहीं था, लेकिन बाद में पुलिस ने मामले की जांचकर उन्हें आरोपी बनाया. धनंजय सिंह पर 25 हजार रुपये का ईनाम भी रखा गया था.
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अचल संपत्ति- पांच करोड़ 31 लाख रुपये
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चार बैंक खातों में जमा- 10 लाख 11 हजार रुपये
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नगदी- आठ लाख 25 हजार रुपये
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जेवरात- 68 लाख 66 हजार रुपये
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चल संपत्ति- तीन करोड़ 56 लाख 62 हजार 562 रुपये
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सरकारी देनदारी- 28 लाख 94 हजार 884 रुपये
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लोन- एक करोड़ 10 लाख 98 हजार 202 रुपये
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धनंजय सिंह ने 1995 में लखनऊ विश्वविद्यालय से स्नातक और 2008 में वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय जौनपुर से परास्नातक की डिग्री हासिल की है. धनंजय सिंह के पास फॉर्च्यूनर, एक टैंकर, एक बोलेरो कार, एक होंडा सिटी कार है.
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धनंजय सिंह के नाम से कलवारी गांव में देव राइस एंड फ्लोर मिल है.
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जौनपुर के सतहरिया में विंध्यवासिनी इंटरप्राइजेज के नाम से एक फर्म है. लखनऊ में भी डेढ़ बीघा जमीन है.
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बाराबंकी में भी प्लाट है.
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जौनपुर के उमरपुर मोहल्ले में 5000 वर्ग फीट का मकान है.
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हुसैनाबाद में जमीन है.
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अचल संपत्ति- 7 करोड़ 80 लाख रुपये
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तीन बैंक खातों में जमा- तीन करोड़ 87 लाख 16 हजार रुपये
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नगदी- दो लाख रुपये
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गहने- एक करोड़ 74 लाख रुपये
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चल संपत्ति- छह करोड़ 71 लाख 46 हजार 420 रुपये की चल संपत्ति है.
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सरकारी देनदारी- कोई नहीं
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लोन बकाया- 14 हजार 479 करोड़ रुपये
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रिहायशी जमीन- 10 हजार वर्ग फीट
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प्लाट- तेलंगाना में 17 एकड़ का
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धनंजय सिंह पर 10 मुकदमे विचाराधीन है. इसमें से आठ मुकदमे जौनपुर की अदालतों में विचाराधीन है. एक मुकदमा नई दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में विचाराधीन है. जनवरी 2021 में अजीत सिंह हत्याकांड में उनके खिलाफ धारा 212 और 176 में आईपीसी में विवेचना चल रही है.
Posted By: Achyut Kumar