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Badaun Assembly Chunav: कई बार बदला इस विधानसभा सीट का नाम, सभी पार्टियों के बीच रही यहां कांटे की टक्कर

उत्तर प्रदेश की बिलसी विधानसभा सीट का नाम कई बार बदला जा चुका है. 1957 के चुनाव में इस विधानसभा सीट का नाम इस्लाम नगर हो गया. बाद में कोट हो गया. 1967 में इस सीट का नाम बदलकर अम्बियापुर हो गया. 1974 में इस विधानसभा क्षेत्र का नाम बिलसी रखा गया.

Badaun Bilsi Vidhan Sabha Chunav: उत्तर प्रदेश की बिलसी विधानसभा का गठन साल 1951 में हुआ था. यह पहले सहसवान ईस्ट के नाम से जानी जाती थी. 1957 के चुनाव में इस विधानसभा सीट का नाम इस्लाम नगर हो गया. इस चुनाव में कांग्रेस की जीत हुई. 1962 में सुरक्षित सीट कर दिया गया. इसका नाम बदलकर कोट विधानसभा हो गया. 1967 में इस सीट का नाम बदलकर अम्बियापुर हो गया. 1974 में इस विधानसभा क्षेत्र का नाम बिलसी रखा गया. 2008 में परिसीमन के बाद बिलसी सीट का सामान्य कर दिया गया. इस सीट पर 14 फरवरी को दूसरे चरण में मतदान होना है.

बिलसी सीट का सियासी इतिहास

  • 2017- पंडित राधाकृष्ण शर्मा- भाजपा

  • 2012- मुसर्रत अली बिट्टन- बसपा

  • 2007- योगेंद्र सागर उर्फ अनु- बसपा

  • 2002- आशुतोष मौर्या उर्फ राजू- सपा

  • 1996- मायावती- बसपा

  • 1993- योगेंद्र कुमार सागर- भाजपा

  • 1991- भोला शंकर मौर्या- कांग्रेस

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बिलसी सीट के मौजूदा विधायक

  • आरके शर्मा विधानसभा के गांव भानपुर के साधारण परिवार में जन्में थे. वो 2007 में बसपा के टिकट पर पहली बार विधायक निर्वाचित हुए थे. वो स्नातक पास हैं.

जातिगत आंकड़े (अनुमानित)

  • दलित- 60 हजार

  • यादव- 35 हजार

  • ब्राह्मण- 35 हजार

  • मौर्य- 34 हजार

  • लोध/किसान- 16 हजार

  • कश्यप- 17 हजार

बिलसी सीट पर मतदाता

  • कुल मतदाता- 3,54,812

  • पुरुष- 1,91,718

  • महिला- 1,63,060

  • थर्ड जेंडर- 33

बिलसी विधानसभा की जनता के मुद्दे

  • यहां टूटी सड़क और पेयजल की समस्या बनी हुई है.

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