PM Modi Lucknow Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्मार्ट सिटीज मिशन और अमृत के तहत उत्तर प्रदेश की 75 शहरी विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया. इस दौरान उन्होंने लखनऊ, कानपुर, वाराणसी, प्रयागराज, गोरखपुर, झांसी और गाजियाबाद सहित 7 शहरों के लिए FAME-II के तहत 75 बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इस दौरान पीएम मोदी ने उत्तर प्रदेश में प्रधानमंत्री आवास योजना – शहरी (पीएमएवाई-यू) घरों के लाभार्थियों के साथ भी बातचीत की.
पीएम मोदी ने कहा कि मुझे अच्छा लगा कि 3 दिनों तक न्यू अर्बन इंडिया के चलते देशभर के एक्सपर्ट आकर यहां मंथन करने वाले हैं. यहां जो प्रदर्शनी लगी है, उसके लिए यहां के नागरिकों से अनुरोध करुंगा इसे जरूर देखें. उन्होंने कहा, आज ही यूपी के 75 जिलों में 75 हजार लाभार्थियों को उनके घर की चाबी मिल गयी है. मुझे इस बात की खुशी है कि जो ये घर दिए जा रहे है, उनमें 80 प्रतिशत मालिकाना हक महिलाओं का है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अधिकतर देखा जाता है कि अगर घर है तो पति के नाम पर, खेत है तो पति के नाम, गाड़ी, स्कूटर है तो पति के नाम, पति नहीं रहा तो उसके बेटे के नाम पर है. समाज में संतुलन की आवश्यकता है, जिसके लिए सरकार ने फैसला किया है. जो मकान अब दिए जाएंगे, वो महिलाओं के नाम पर होंगे.
पीएम मोदी ने कहा, 2014 से पहले 13 लाख मकान दिए गए थे और केवल 8 लाख ही अलॉट किया गया था, लेकिन 2014 के बाद से 1 करोड़ 13 लाख मकान बने हैं, जिसमें 50 लाख से अधिक अलॉट कर दिए गए हैं. यही नहीं, 2014 के पहले घर के मानक को लेकर कोई नीति ही नहीं थी. 2014 के बाद हमारी सरकार ने घरों के साइज को लेकर भी नीति स्पष्ट किया है. अब 22 स्क्वॉयर मीटर से छोटा कोई मकान नहीं होगा.
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अभी भी मेरे विरोधी कहते हैं, लोग कहते हैं कि मोदी जी ने किया क्या है?
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इस देश में करीब 25 करोड़ परिवार है, जिसमें 3 करोड़ परिवार लखपति बन चुके हैं.
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मुझे वो दिन याद आते हैं, जब तमाम प्रयासों के बाद भी उत्तर प्रदेश आगे नहीं बढ़ रहा था.
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गरीबों के लिए घर बनाने का पैसा केंद्र सरकार दे रही थी, लेकिन 2017 से पहले की सरकार गरीबों के घर बनाना ही नहीं चाहती थी.
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2017 से पहले प्रदेश में 18 हजार घरों की स्वीकृति थी, लेकिन 2017 से पहले की सरकार ने 18 घर भी नहीं बनाएं.
Posted by : Achyut Kumar