Priyanka Gandhi In Lalitpur : ‘किसान मेहनत कर फसल तैयार करे तो फसल का दाम नहीं मिलता. किसान फसल उगाने की तैयारी करे, तो खाद नहीं. खाद न मिलने के चलते बुंदेलखंड के 2 किसानों की मौत हो चुकी है. मगर किसान विरोधी भाजपा सरकार के कानों पर जूं तक नहीं रेंगा है. इनकी नीयत और नीति दोनों में किसान विरोधी रवैया है.’ यह कहना है कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी का. वह शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के ललितपुर में आत्महत्या करने वाले किसानों के परिजनों से मिलने पहुंची थीं.
भाजपा सरकार किसानों पर दमन और अत्याचार कर रही है।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) October 29, 2021
बुंदेलखंड में 4 किसानों की जानें सरकार के कुशासन की वजह से गईं। कालाबाजारी, कर्ज, फसलों की बर्बादी, महंगाई जैसी वजहों से किसानों पर भारी बोझ है और सरकार कुछ नहीं कर रही है। pic.twitter.com/YXLtJOQWU9
उन्होंने वहां मीडिया से कहा कि ललितपुर में कुल चार किसानों की मौत हुई है. इनमें से दो ने आत्महत्या की है और दो लोगों की खाद के लिए लाइन में लगने पर भूख से मौत हुई है. उन्होंने कहा कि खाद लेने के लिये यह किसान अपनी जान गंवा रहे हैं. आज किसान दो हजार रुपए की खाद की बोरी लेने के लिए मजबूर हो गए हैं. खाद की बोरी भी वजन में कम हो गई है. पहले 50 किलोग्राम की बोरी आती थी. अब वही बोरी 45 किलोग्राम की आ रही है.
उन्होंने कहा कि यहां के किसानों ने अपनी बदहाली के बारे में बताया कि खाद खरीदने के लिए लंबी लाइन में लगना पड़ता है. यदि वे लाइन छोड़कर घर जाएं तो फिर से लाइन लगानी होती है. दो किसानों की मौत तो लाइन में लगे रहने और भूखा रहने के कारण हो गई है. यह सब सरकार की साठगांठ से हो रहा है. भ्रष्टाचार सभी मिलकर कर रहे हैं. सरकार पूरी तरह से फेल हो गई है.
बुंदेलखंड, ललितपुर: पीड़ित किसान परिवारों से मिलकर उनकी पीड़ा साझा की।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) October 29, 2021
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उन्होंने मीडिया से कहा कि यहां के किसान बता रहे थे कि अन्ना (आवारा) पशुओं से उन्हें काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है. वे रात-रातभर खेत में जागकर फसल की सुरक्षा करने के लिये मजबूर हैं. उन्होंने बताया कि किसानों का कहना है कि बारिश तो उनके खेत में भगवान ने दे दी मगर सरकार उन्हें खाद नहीं दे सकी.
Also Read: Today NewsWrap, 29 अक्टूबर: पढ़ें सुबह की बड़ी खबर, किसानों से मिलने के लिए ट्रेन से ललितपुर गईं प्रियंका गांधीउससे पहले आत्महत्या के शिकार किसानों के परिजनों से मिलने पहुंची प्रियंका गांधी को देखकर मृतक किसान की बेटी फूट-फूटकर रोने लगी. उसने कहा कि ऐसा नहीं लगता था कि पिताजी छोड़कर चले जाएंगे. अब भी विश्वास नहीं हो रहा है. बेटी के बहते आंसुओं को देखकर प्रियंका भी भावुक नज़र आईं. उन्होंने उसके सिर पर हाथ रखकर ढांढस दिया. इस बीच किसान के घर में काफी भीड़ दिखी. सुबह से ही पूरे घर का माहौल बदला हुआ नज़र आ रहा था.