Fatehabad SP Candidate Rupali Dixit Profile: आगरा की फतेहाबाद विधानसभा से सपा प्रत्याशी घोषित होने के बाद से राजनीतिक हलचलें तेज हो गई हैं. सपा ने फतेहाबाद विधानसभा से रूपाली दीक्षित को अपना प्रत्याशी बनाया है. रूपाली दीक्षित आगरा के बाहुबली अशोक दीक्षित की पुत्री हैं. उन्होंने इंग्लैंड से एमबीए किया और कई नामी कंपनी में नौकरी भी की, जिसके बाद 2016 में उन्होंने राजनीति में कदम रखा. रूपाली के सपा प्रत्याशी बन कर विधानसभा चुनाव में खड़े होने से इस सीट पर मुकाबला कड़ा हो गया है.
दरअसल, समाजवादी पार्टी ने फतेहाबाद विधानसभा से पहले राजेश कुमार शर्मा को अपना प्रत्याशी बनाया था, लेकिन करीब 36 घंटे बाद ही प्रत्याशी बदल दिया और रूपाली दीक्षित को टिकट दे दिया. रूपाली दीक्षित ने बताया कि मैंने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को तीन मिनट में कन्वेंस किया और विधानसभा से टिकट ले ली. फतेहाबाद विधानसभा पर व्याप्त जातिगत आंकड़ों को भी मैं बदल दूंगी और अपनी जीत दर्ज करूंगी.
Also Read: UP Election 2022: आगरा उत्तर विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी का बीजेपी पर वार, कहा- हमेशा जनता को ठगा…
तीन महीने पहले पूर्व विधायक और वर्तमान में फतेहाबाद विधानसभा से भाजपा के प्रत्याशी छोटे लाल वर्मा ने ब्राह्मणों पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि वह बाहुबली अशोक दीक्षित की चोटी काट कर गांव के बाहर पेड़ पर लटका देंगे. वहीं, उन्होंने ठाकुरों पर 100 राउंड गोली चलवाने की बात भी कही थी. हालांकि छोटे लाल वर्मा ने इस वीडियो को असत्य बताकर अपने खिलाफ विरोधियों द्वारा साजिश रचने की बात कही थी.
Also Read: UP Chunav 2022: फतेहाबाद विधायक जितेंद्र वर्मा ने छोड़ी बीजेपी, सपा के बने जिला अध्यक्ष
रूपाली दीक्षित के क्वालिफिकेशन की बात की जाए तो उन्होंने जयपुर के भारतीय विद्या भवन आश्रम से स्कूलिंग की है. इसके बाद सिंबोसिस यूनिवर्सिटी पुणे से स्नातक पूरा किया. मार्केटिंग के लिए एमबीए कार्डिफ वेल्स यूनिवर्सिटी से की और लीड यूनिवर्सिटी ऑक्साइड से एमए पूरा किया है.
मूल रूप से फिरोजाबाद की रहने वाले रूपाली के पिता अशोक दीक्षित तीन बार फतेहाबाद विधानसभा से चुनाव लड़ चुके हैं, लेकिन तीनों में ही उन्हें हार मिली. इसके बाद अशोक दीक्षित को बहुचर्चित सुमन यादव हत्याकांड में आरोप सिद्ध होने के बाद आजीवन कारावास की सजा मिली. 2015 से वह जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहे हैं और इस समय बरेली सेंट्रल जेल में है. वहीं अब उनकी बेटी पिता का सपना पूरा करने चुनावी मैदान में कूद पड़ी है.
रूपाली दीक्षित के फतेहाबाद से समाजवादी पार्टी की टिकट पर चुनाव लड़ने की घोषणा के बाद से ही त्रिकोणीय मुकाबला बन गया है. दरअसल, इस विधानसभा पर सबसे अधिक संख्या ठाकुर समाज की है. दूसरे नंबर पर कुशवाहा, तीसरे पर निषाद व चौथे नंबर पर ब्राह्मण वोटर हैं. ऐसे में भाजपा ने पूर्व विधायक छोटेलाल वर्मा को टिकट दी है. बसपा से शैलेंद्र जादौन मैदान में उतरे हैं और अब सपा से रूपाली दीक्षित चुनाव लड़ेंगी. वहीं कांग्रेस से होतम सिंह निषाद को प्रत्याशी बनाया गया है.
Also Read: आगरा: निर्दलीय नामांकन करने के बाद फूट-फूट कर रोये दिगंबर सिंह धाकरे, भाजपा पर लगाया गंभीर आरोप
जिन तीन जातियों क्षत्रिय, ब्राह्मण और निषाद का फतेहाबाद विधानसभा पर अच्छी संख्या है, उनके अलग-अलग प्रत्याशी यहां से चुनाव लड़ेंगे. ऐसे में माना जा रहा है कि फतेहाबाद विधानसभा पर मुकाबला त्रिकोणीय हो सकता है.
रिपोर्ट- राघवेंद्र सिंह गहलोत, आगरा