UP Election 2022: उत्तर प्रदेश में पहले चरण के चुनाव के लिए अब सिर्फ 4 दिन का समय बाकी रह गया है. 10 फरवरी को फर्स्ट फेज के लिए मतदान होना है. चुनाव से पहले एडीआर की रिपोर्ट में पहले चरण के अपराधी उम्मादवारों का ब्यौरा साझा किया है. रिपोर्ट के मुताबिक, पहले चरण में 615 उम्मीदवारों में से करीब 156 उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं. इसके अलावा पार्टियों ने इस बार के चुनाव के लिए जेल में बंद चार नेताओं की पत्नियों को भी उम्मीदवार बनाया है.
इस बार के चुनाव में आपराधिक पृष्ठभूमि के प्रत्याशियों के लेकर सपा और बीजेपी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. हालांकि ये बात अलग है कि दोनों पार्टी दागी उम्मीदवारों से अछूती नहीं है. पार्टियों ने इस बार के चुनाव के लिए जेल में बंद चार नेताओं की पत्नियों को उम्मीदवार बनाया है.
यूपी विधानसभा चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी ने दुष्कर्म के मामले में दोषी जेल में बंद पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति की पत्नी महाराजी प्रजापति को टिकट दिया है. सपा के पूर्व के शासन काल में प्रजापति मंत्रिपरिषद में परिवहन और खनन विभाग के मंत्री थे. अब गायत्री की पत्नी महाराजी प्रजापति को अमेठी विधानसभा से सपा ने टिकट दिया है.
समाजवादी पार्टी की लिस्ट में दागी उम्मीदवारों का नाम सामने आने के बाद से बीजेपी लगातार हमलावर है, जबकि भारतीय जनता पार्टी की ओर से जेल में बंद अलीगढ़ से विधायक संजीव राजा और गोसांइगंज से विधायक इंद्र प्रताप तिवारी की पत्नी को टिकट दिया गया है. संजीव राजा और इंद्र प्रताप तिवारी अपराध के अलग-अलग मामलों में जेल में बंद हैं. बीजेपी ने संजीव राजा की पत्नी मुक्ता राजा और इंद्र प्रताप तिवारी की पत्नी आरती तिवारी को टिकट दिया है
इस मामले में सपा और बीजेपी के बाद कांग्रेस भी अपराधियों की पत्नी को टिकट देने में पीछे नहीं है. कांग्रेस ने बीजेपी विधायक अशोक चंदेल की पत्नी को हमीरपुर से उम्मीदवार बनाया है. विधायक अशोक चंदेल हत्या के एक मामले में दोषी पाए जाने के बाद से जेल में सजा काट रहे हैं.