UP Chunav 2022: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बृहस्पतिवार को प्रदेश कार्यालय में कहा कि भाजपा लोकतंत्र को कैद करना चाहती है. भाजपा शासनकाल में संवैधानिक संस्थाएं लगातार कमजोर होती जा रही हैं. लोगों का जीना मुश्किल हो गया है. महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार बेलगाम है.
कार्यकर्ताओं से उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी लोकतंत्र की बेड़ियों को तोड़ने की लड़ाई लड़ रही है. अब जनता को भाजपा से उत्तर प्रदेश को मुक्त कराकर ही चैन आएगा. देश-प्रदेश की अर्थव्यवस्था कृषि आधारित है, लेकिन भाजपा राज में किसान और खेती सबसे ज्यादा उपेक्षित हैं.
भाजपा के नेता जुमलेबाजी में माहिर हैं और लोगों को झूठे सपने दिखाकर बहलाते हैं. जो पार्टी अपने संकल्प पत्र का सम्मान नहीं करती वह अपने वादों का क्यों पूरा करेगी? भाजपा के वादे के अनुसार किसान को फसल का लाभप्रद मूल्य नहीं मिला. आय दोगुनी होने के कहीं आसार नहीं दिख रहे हैं.
उल्टे लखीमपुर में किसानों को जीप से कुचल दिया गया. साल भर किसान तीन काले कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन करते रहे. इस दौरान सात सौ से ज्यादा किसानों की दर्दनाक मौत हो गई. जनता और किसानों के दबाव में केंद्र की भाजपा सरकार को कृषि कानून वापस लेने पर मजबूर होना पड़ा.
ऐसा न होता तो किसान की खेती भी चली जाती और वह मालिक की जगह खेतिहर मजदूर बन जाता. भाजपा ने रोजगार का वायदा किया था, लेकिन नौजवानों को रोजगार तो मिला नहीं तमाम औद्योगिक संस्थानों से उनकी बड़े पैमाने पर छुट्टी कर दी गई. मुख्यमंत्री प्रदेश में नौकरियों में भर्ती के अलग-अलग दावे करते हैं.
अखिलेश यादव ने कहा कि राज्य सरकार यह जानकारी देने को तैयार नहीं है कि किन्हें नौकरी मिली और किन्हें नहीं. इंवेस्टमेंट समिट में करोड़ों रुपये एमओयू होने के दावे किए गए, लेकिन कहीं कोई पूंजी निवेश नहीं हुआ. न नए उद्योग लगे और ना ही रोजगार बढ़ा. भाजपा की नफरत और समाज को बांटने की राजनीति की सच्चाई जनता जान चुकी है.
सपा प्रमुख ने कहा कि प्रदेश में लूट, हत्याकांड, अपहरण और बलात्कार की घटनाएं थम नहीं रही हैं. अपराधियों को सत्ता का संरक्षण मिलने से पुलिस-प्रशासन भी कार्रवाई से डर रहा है. छेड़छाड़ से पीड़ित कई छात्राओं ने तंग आकर आत्महत्याएं कर ली. समाजवादी सरकार ने महिलाओं-लड़कियों के प्रति यौन अपराधों के नियंत्रण के लिए 1090 वूमेन पावर लाइन स्थापित की थी.
भाजपा सरकार ने उसे भी बर्बाद कर दिया है. अपराध नियंत्रण के लिए यूपी डायल 100 समाजवादी सरकार में बना था. पुलिस मुख्यालय का शानदार भवन भी तभी बना था, जिसकी प्रशंसा देश-विदेश के पुलिस अधिकारियों ने पिछले दिनों अपने सम्मेलन में की थी. नाम बदलने वाली झूठी और फरेबी भाजपा को अब सन् 2022 में जनता एक भी सीट जीतने नहीं देगी.
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