UP Vidhan Sabha Chunav 2022: सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर के बयान ‘मोहम्मद अली जिन्ना को अगर प्रधानमंत्री बना दिया जाता तो भारत का बंटवारा नहीं होता’ पर कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर ने पलटवार किया है. उन्होंने सपा मुखिया अखिलेश यादव और उनके सहयोगी पार्टियों को नसीहत दी और कहा कि सभी को इतिहास पढ़ने की जरूरत है. मैं ऐसे बयान की निंदा करता हूं.
सपा पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव और उनके सहयोगी गठबंधन के लोगों द्वारा जिन्ना सम्बन्धी बयान पर मीडिया के सामने कटाक्ष करते हुए कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर ने कहा कि सपा के नारद राय ने जिन्ना की तुलना सरदार वल्लभ भाई पटेल से कर दी. राजनीति में वोट के लिए इतना नीचे गिरने वाली सपा और उसके सहयोगी दलों को अब इतिहास पढ़ने की जरूरत है कि वो किस रास्ते पर जाएंगे. देश के महापुरुषों का अपमान देश के लोग हरगिज बर्दाश्त नहीं करेंगे.
अनिल राजभर ने ओम प्रकाश राजभर को जिन्ना पर दिए गए विवादित बयान पर आड़े हाथों लेते हुए पत्रकारों के समक्ष कहा कि एक स्वस्थ्य राजनीतिक प्रतिद्वंता होनी चाहिए, लेकिन सत्ता आपके पास आ जायें, इसके लिए आप कुछ भी कहेंगे? प्रदेश और देश कुछ भी सुनेगा? ऐसा नहीं चलेगा. यहां का नौजवान जवाब देगा. देश पर जिन लोगों ने प्राण कुर्बान कर दिया, ये उन लोगों का अपमान है. भारत माता का अपमान है, जिसका दो टुकड़ा जिन्ना जैसे लोगों ने किया.
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि ओमप्रकाश राजभर से मेरी कोई व्यक्तिगत दुश्मनी नहीं है. समाज ने नेता बनाया है. इसलिए समय-समय पर जनता का जागरण होना आवश्यक है. ऐसे लोग जो राष्ट्रवीर राजा सुहेलदेव का नाम लेकर पार्टी बनाते हैं, ये राजा सुहेलदेव के सम्मान के साथ रोज समझौता कर रहे हैं. ऐसे लोगों को बेनकाब करना हमारी जिम्मेदारी बनती हैं. वोट की राजनीति में कितना नीचे गिरना चाहते हैं और आगे भी न जाने कितना नीचे गिरेंगे.
अनिल राजभर ने कहा कि राष्ट्रीय वीर राजा सुहेलदेव के विरोधियों के चरणों में गिरने वाले लोग आज जिन्ना की तरफदारी कर रहे हैं, जिसके ऊपर इस देश को बांटने का आरोप रहा है, जिसने भारत माता के टुकड़े किये हो, जिसने डायरेक्ट एक्शन का आदेश देकर देश के लाखों, पिछड़े, नौजवानों का कत्ल कराया हो, हत्या कराई हो. उनकी तरफ़दारी कर रहे इन लोगों का बयान निंदनीय है और क्रांतिकारियों का घोर अपमान है.
रिपोर्ट- विपिन सिंह, वाराणसी