UP Election 2022 : उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव बिना दल खुद के बलबूते चुनावी समर में उतरे निर्दलीयों (independent candidate) पर सबकी निगाहें टिकी होती हैं. पिछले की चुनाव में भले ही निर्दलीय उम्मीदवारों को उतनी सफलता न मिली हो, लेकिन इस बार कुछ सीटों पर उनकी मौजूदगी ने समीकरणों को रोचक बना दिया है. वहीं सोमवार को बीएसपी ने महाराजगंज की नौतनवा विधानसभा सीट से निर्दलीय विधायक अमनमणि त्रिपाठी को अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया. दरअसल, अमनमणि त्रिपाठी नौतनवा से फिलहाल निर्दलीय विधायक हैं, लेकिन सोमवार को उन्होंने बीएसपी का दामन थाम लिया और पार्टी ने सोमवार देर शाम तक उन्हें नौतनवा से ही उम्मीदवार घोषित कर दिया.
बता दें कि अमनमणि त्रिपाठी अमरमणि त्रिपाठी के बेटे हैं. 31 साल के अमनमणि को राजनीति अपने पिता से विरासत में मिली है. इनके पिता अमरमणि त्रिपाठी (लक्ष्मीपुर) जो अब नौतनवा विधानसभा हो गया है, से 4 बार से विधायक थे, और उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री भी रह चुके हैं. पहले कहा जा रहा था कि अमनमणि त्रिपाठी निषाद पार्टी के साथ मिलकर बीजेपी को समर्थन देते हुए चुनाव लड़ सकते हैं. लेकिन बाद में बात नहीं बन पाई. इस सीट से बीजेपी गठबंधन के तहत निषाद पार्टी की तरफ से ऋषि त्रिपाठी को टिकट दिया गया है. इसीलिए इस बार महाराजगंज की इस सीट पर कांटे की टक्कर बताई जा रही है.
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अमनमणि ने वर्ष 2012 में हुए उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में नौतनवा सीट से सपा के टिकट पर चुनाव लड़ था लेकिन उन्हें पराजय का सामना करना पड़ा था. वहीं 2017 में वह निर्दलिय विधायक बने. आपको बता दें कि 31 साल के अमनमणि त्रिपाठी अपनी पत्नी सारा त्रिपाठी की हत्या के मामले में आरोपी हैं और फिलहाल जमानत पर जेल से बाहर हैं। इस मामले की जांच सीबीआई कर रही है.