UP Election 2022: ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन के प्रमुख और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने नई दिल्ली में अपने घर पर हुई तोड़फोड़ पर शायराना अंदाज में तंज कसा है. उन्होंने मरहूम शायर राहत इंदौरी की शायरी पढ़ते हुए कहा, अगर खिलाफ हैं तो होने दो, जान थोड़ी है. ये सब धुआं है, कोई आसमां थोड़ी है. लगेगी आग तो आएंगे घर कई जद में. यहां पे सिर्फ हमारा मकान थोड़ी है.
ओवैसी ने इसके आगे कहा, मैं जानता हूं के दुश्मन भी कम नहीं, लेकिन हमारी तरह हथेली पर जान थोड़ी है. हमारे मुंह से जो निकले, वही सदाकत है, हमारे मुंह में तुम्हारी जुबान थोड़ी है. जो आज साहिबे मसन्द हैं, कल नहीं होंगे. किराएदार हैं, जाती मकान थोड़ी है. सभी का खून है शामिल यहां की मिट्टी में, किसी के बाप का हिन्दोस्तान थोड़ी है.
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दरअसल, असदुद्दीन ओवैसी ने यह लाइन संभल में जनसभा को संबोधित करते हुए पढ़ी. उनका इशारा 21 सितंबर को दिल्ली के अशोक रोड स्थित अपने आवास पर तोड़फोड़ करने को लेकर था, जिसमें कार्रवाई करते हुए दिल्ली पुलिस ने हिंदू सेना के पांच लोगों को हिरासत में लिया था. सभी पूर्वोत्तर दिल्ली के मंडोली इलाके के रहने वाले हैं. उन्होंने प्रारंभिक पूछताछ के दौरान बताया था कि वे असदुद्दीन ओवैसी की टिप्पणियों से उत्तेजित थे.
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एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि अगर तुम इस तरह बुजदिलों की हरकत करके समझते हो कि मेरे क़दम डगमगा जाएंगे, तो याद रखो सिर्फ मौत मुझे रोक सकती है, तुम्हारी हरकतें मुझे नहीं रोक सकती. मेरे घर की कीमत क्या है? औवैसी ने आगे कहा, तुम्हारा घर आबाद है तो मेरा घर आबाद है. तुम्हारी औलाद महफ़ूज़ है तो मेरी औलाद भी महफ़ूज़ होगी. तुम्हें इंसाफ़ मिलेगा तो मुझे भी मिलेगा.
संभल में जनसभा को संबोधित करते हुए ओवैसी ने कहा, लोग मुझे ‘चाचा जान’ कह रहे हैं. मैं उन लोगों का पिता हूं, जो उत्तर प्रदेश में गरीब, कमजोर और उत्पीड़न का सामना कर रहे हैं. मैं उन लोगों का भाई हूं जो पीड़ित और उत्पीड़ित महिलाएं हैं. अगर कमजोर का साथ देना मुझे ‘अब्बा’ बनाता है, तो मैं उनका ‘अब्बा’ भी हूं.
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Posted By: Achyut kumar