Lucknow News: यूपी विधानसभा चुनाव 2022 के दूसरे चरण के चुनाव के लिए एसोसिएशन फ़ॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म (ADR) की रिपोर्ट जारी कर दी गई है. इसमें आपराधिक पृष्ठभूमि के टॉप थ्री उम्मीदवारों में सपा के प्रत्याशी हैं. नंबर वन पर आजम खान हैं. दूसरे पायदान पर नासीर अहमद खान है. वहीं, तीसरे नंबर पर आजम खान के बेटे मोहम्मद अब्दुल्लाह आज़म खान हैं.
उत्तर प्रदेश इलेक्शन वॉच एसोसिएशन फ़ॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म (ADR) ने यूपी इलेक्शन 2022 के दूसरे चरण में चुनाव लड़ने वाले 586 में से 584 उम्मीदवारों के शपथपत्रों पर रिपोर्ट जारी की है. 55 विधानसभा सीट पर हो रहे चुनाव के दूसरे चरण में उम्मीदवारों द्वारा घोषित आपराधिक मामलों में पहले स्थान पर रामपुर से समाजवादी पार्टी के मोहम्मद आज़म खान हैं. उन पर 87 मामले हैं. दूसरे स्थान पर चमरौआ से समाजवादी पार्टी के नासीर अहमद खान हैं. उन पर 30 मामले और तीसरे स्थान पर सपा के स्वार विधानसभा क्षेत्र से मोहम्मद अब्दुल्लाह आज़म खान हैं.
Also Read: UP Election 2022: सुप्रीम कोर्ट ने भी तोड़ दी आजम खान की उम्मीद, अंतरिम जमानत देने से इनकार
एडीआर रिपोर्ट के अनुसार, यूपी विधानसभा चुनाव 2022 के दूसरे चरण में चुनाव लड़ने वाले 586 में से 584 उम्मीदवारों के शपथपत्रों का मंथन किया है. ये कैंडिडेट्स 55 विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ेंगे. इनमें से दो उम्मीदवारों के शपथपत्र स्पष्ट न होने के कारण उनका विष्लेषण नहीं किया जा सका है. वहीं, आपराधिक पृष्ठभूमि के नेताओं की बात की जाए तो 584 में से 147 यानी 25 फीसदी उम्मीदवारों पर मुकदमे दर्ज हैं.
एडीआर रिपोर्ट के मुताबिक, गंभीर आपराधिक मामले वाले उम्मीदवार 113 यानी 19 प्रतिशत हैं. इसके तहत सपा 52 में से 35 यानी 67 प्रतिशत उम्मीदवार दागी हैं. कांग्रेस के 54 में से 23 यानी 43 परसेंट प्रत्याशियों पर मुकदमा दर्ज है. वहीं, बसपा के 55 में से 20 यानी 36 परसेंट कैंडिडेट्स पर एफआईआर दर्ज है. बीजेपी के 53 में से 18 यानी 34 फीसदी, आरएलडी के 3 में से 1 यानी 33 परसेंट और 49 में से 7 यानी 14 प्रतिशत आप पार्टी के उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं.
इसी क्रम में 6 उम्मीदवारों ने अपने शपथपत्र में महिलाओं के ऊपर अत्याचार से संबंधित मामले घोषित किए हैं. 1 उम्मीदवार ने अपने ऊपर हत्या से संबंधित मामला घोषित किया है. 18 उम्मीदवारों ने अपने ऊपर हत्या का प्रयास से संबंधित मामले घोषित किए हैं. वहीं, दूसरे चरण में 55 में से 29 यानी 53 परसेंट संवेदनशील निर्वाचन क्षेत्र हैं. इन निर्वाचन क्षेत्रों में तीन या उससे अधिक उम्मीदवारों ने अपने ऊपर आपराधिक मामले घोषित किए हैं.