UP MLC Elections 2022: उत्तर प्रदेश में विधान परिषद की 36 खाली सीटों के लिए चुनाव होने जा रहा है. चुनाव आयोग ने शुक्रवार को कहा कि उत्तर प्रदेश में 35 स्थानीय निकाय निर्वाचन क्षेत्रों की 36 विधान परिषद सीटों के लिए द्विवार्षिक चुनाव दो चरणों में तीन और सात मार्च को होंगे. इसके सदस्यों का कार्यकाल सात मार्च को समाप्त हो रहा है. विधानसभा के उलट यहां चुनिंदा लोग ही वोट डाल सकते हैं. विधान परिषद सदस्य यानी एमएलसी का चुनाव कैसे होता है और क्या है इस चुनाव की निर्वाचन प्रक्रिया, आइए समझने की कोशिश करते हैं.
उत्तर प्रदेश विधान परिषद में 100 सीटें हैं. विधान परिषद में एक निश्चित संख्या तक सदस्य होते हैं. विधानसभा के एक तिहाई से ज्यादा सदस्य विधान परिषद में नहीं होने चाहिए. मसलन यूपी में 403 विधानसभा सदस्य हैं. यानी यूपी विधान परिषद में 134 से ज्यादा सदस्य नहीं हो सकते हैं. इसके अलावा विधान परिषद में कम से कम 40 सदस्य होना जरूरी है. बता दें कि MLC का चुनाव जनता द्वारा न होकर अप्रत्यक्ष रूप आनुपातिक प्रतिनिधित्व पद्धति के अनुसार होता है. विधान परिषद के एक तिहाई सदस्यों को विधायक चुनते हैं. इसके अलावा एक तिहाई सदस्यों को नगर निगम, नगरपालिका, जिला पंचायत और क्षेत्र पंचायत के सदस्य चुनते हैं.
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MLA और MLC दोनों ही विधानमंडल के सदस्य हैं और विधि निर्माण का कार्य करते हैं. दोनों को कुछ विशेषाधिकार प्राप्त होते हैं और दोनों ही मंत्री बन बन सकते हैं. MLA किसी राज्य की विधान सभा का सदस्य होता है जबकि MLC किसी विधान परिषद् का सदस्य होता है. राजयपाल द्वारा विधान परिषद् में कई व्यक्तियों जो विज्ञान, कला, खेल, साहित्य आदि क्षेत्रों में विशिष्ट योग्यता रखते हैं को मनोनीत किया जाता है. MLC का कार्यकाल 6 वर्ष का होता है. MLC बनने की न्यूनत्तम आयु 30 वर्ष है.