UP Election 2022: समाजवादी पार्टी और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी इस बार का विधानसभा चुनाव साथ मिलकर लड़ रही हैं. गठबंधन प्रत्याशी के तौर पर वाराणसी की शिवपुर विधानसभा सीट से सुभासपा के अरविंद राजभर मैदान में हैं. अरविंद राजभर ने रविवार को कहा कि सभी दलों ने मिलकर शिवपुर विधानसभा क्षेत्र से हमें प्रत्याशी बनाया है. यूपी में महंगाई को रोकना है. इसके लिए हमने नारा दिया था, जब तक भाजपा की विदाई नहीं, तब तक कोई ढिलाई नहीं. बंगाल में खेला हुआ था, उत्तर प्रदेश में खदेड़ा होगा.
अरविंद राजभर ने कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर पर निशाना साधते हुए कहा कि वो लीडर नहीं लोडर हैं, क्योंकि जब सदन में ओम प्रकाश राजभर सर्वांगीण विकास की बात कर रहे थे, तब उन्होंने लीडरशिप क्यों नहीं दिखाई? उन्होंने कहा, मैं खुद चाहता हूं कि वो शिवपुर विधानसभा से मेरे खिलाफ प्रत्याशी खड़े हों. वहीं, स्वर कोकिला लता मंगेशकर के निधन पर उन्होंने शोक व्यक्त किया और कहा कि उन्होंने संगीत के माध्यम से पूरे देश को जोड़ने का काम किया था, उनका जाना अपूरणीय क्षति है.
Also Read: UP Election 2022: ओम प्रकाश राजभर यूपी में कहीं से भी चुनाव लड़ें, उनकी जमानत जब्त होनी तय है- अनिल राजभर
शिवपुर विधानसभा से सुभासपा प्रत्याशी अरविंद राजभर ने कहा कि उत्तर प्रदेश में सपा की सरकार बनती है और अखिलेश यादव मुख्यमंत्री बनते हैं तो सबसे पहले 300 यूनिट बिजली फ्री समस्त प्रदेशवासियों को नि:शुल्क दिया जाएगा. हम लोग चाहते हैं कि उत्तर प्रदेश में जातिगत जनगणना हो. गरीबों का उत्तर प्रदेश में नि:शुल्क इलाज हो. हम लोग चाहते हैं कि दिल्ली की तर्ज पर स्मार्ट क्लास और स्मार्ट स्कूल की व्यवस्था किया जाए.
Also Read: बीजेपी को सता रहा हार का डर, इसीलिए ओमिक्रोन का बहाना कर चुनाव टालना चाहती है- ओमप्रकाश राजभर
अरविंद राजभर ने कहा कि स्वतंत्र भारत के लोकतंत्र के संविधान में कही भी यह नही लिखा है कि जब चुनाव प्रचार की बात हो तो आप धर्म, मजहब, जाति की बात कर लोगों को भ्रमित कर वोट मांगे, मगर बीजेपी सदैव यही कर रही है. क्योंकि उसके पास कोई चारा नहीं बचा है. बीजेपी हिन्दू- मुस्लिम वैमनस्यता लाकर कट्टरपंथ को बढ़ावा देकर वोट पाना चाहती हैं, जो कि जनता अब समझ चुकी है.
शिवपुर विधानसभा से प्रत्याशी अरविंद राजभर ने कहा कि प्रदेश का युवा, महिला, बुजुर्ग सभी बीजेपी सरकार से परेशान हैं. बीजेपी लगातार आचार संहिता का उल्लंघन कर रही हैं, जबकि हम चुनाव शांति सहजता से करना चाह रहे हैं. लगातार बीजेपी सपा और हमपर गुंडा और दंगाई का आरोप लगा रही, जबकि सबसे ज्यादा दंगाई तो बीजेपी में ही है. वह हमें गुंडा बोलने के पहले अपने गिरेबान में झांककर देख ले.
जनता बनाम बीजेपी चुनाव चल रहा है. जनता ने ही बीजेपी की सरकार बनाई थी, इसलिए इस बार जनता ही बीजेपी की सरकार को बर्खास्त करेगी. यह लोकतंत्र है राजतंत्र नहीं है. इसलिए 7 मार्च का इंतजार करिये. वोटिंग वाले दिन ही यह तय हो जाएगा कि बीजेपी का उत्तर प्रदेश सरकार से सफाया हो रहा है और सुभासपा और उसके अन्य घटक दल सरकार बना रहे हैं.
अरविंद राजभर, सुभासपा प्रत्याशी, शिवपुर विधानसभा
चुनाव प्रचार में कैम्पनिंग के दौरान कोविड गाइडलाइंस के पालन को लेकर अरविंद राजभर ने कहा कि वर्तमान में सरकार बीजेपी की है. जब वही कोविड गाइडलाइंस का पालन नहीं कर रही है तो क्या कहा जाए. देश के गृह मंत्री थूक लगाकर पर्चियां बांट रहे हैं, जबकि कहा गया है कि थूक से कोरोना महामारी प्रभावित हो रही है. शिक्षण संस्थानों को बन्दकर चुनाव प्रचार किया जा रहा है.
Also Read: OP Rajbhar Exclusive Interview: बीजेपी नेता पहले इस्तीफा दे देते तो पीछे लगा दी जाती ED-CBI- ओपी राजभर
अरविंद राजभर ने कहा कि हमारा तो मुद्दा ही जनता है. कल मैं शिवपुर विधानसभा क्षेत्र गया वहां 12 कार्यक्रम थे. मगर एक भी रास्ता ऐसा नहीं बना है, जिसको लोग कह सकें कि यह रास्ता सरकार में बना है. यह बात स्वयं जनता कह रही है. उनके स्थानीय विधायक ने कोई भी कार्य ऐसा नहीं किया है कि जनता उन्हें पसन्द करे. हमारा यही ध्येय है कि चुनाव जीतने के बाद सबसे पहले क्षेत्र के जर्जर रास्ते को अच्छा बनाये क्योंकि अच्छे रास्ते ही क्षेत्र का विकास करते हैं.
सुभासपा नेता अरविंद राजभर ने कहा कि हम क्षेत्र में मिनी पीजीआई की भी स्थापना करेंगे ताकि बीएचयू जाने वाले लोगोंं को यहीं स्वास्थ्य समस्याओं से लाभ मिल सके. नि:शुल्क चिकित्सा की व्यवस्था शिवपुर क्षेत्र में करेंगे. यहां के विधायक को 500 करोड़ रुपये स्वास्थ्य सेवाओं के लिए सरकार से मिला है, मगर उन्होंने कुछ भी इस दिशा में कार्य नहीं किया है. जबकि जनता से हमने पूछा कि क्या क्या लाभ मिले हैं, उन्होंने कहा कि उन लोगों को कोई सुविधाएं नहीं मिली, जबकि विधायक को पूरी स्वतंत्रता मिली है कि 500 से लेकर 25 लाख तक का अनुदान वे अपने पास से दे सकते हैं.
रिपोर्ट- विपिन सिंह, वाराणसी