Varanasi News: वाराणसी में नामांकन का दौर शुरू हो चुका है. नामांकन के तीसरे दिन सोमवार को अलग-अलग दलों के सभी बड़े पुराने नेता समेत नए प्रत्याशियों के भी चेहरे देखने को मिले. इसमें समाजवादी पार्टी के शहर दक्षिणी विधानसभा से प्रत्याशी कामेश्वर दीक्षित उर्फ किशन का नाम चर्चा का विषय बना हुआ है. सपा के शहर दक्षिणी के प्रत्याशी महंत का हिंदुत्ववादी चेहरा का मुकाबला सीधे बीजेपी के शहर दक्षिणी विधानसभा के वर्तमान विधायक और योगी सरकार में पर्यटन और धर्मार्थ कार्य मंत्री डॉक्टर नीलकंठ तिवारी से माना जा रहा है.
दो बड़े ब्राह्मण चेहरों की टक्कर को काफी रोचक मुकाबला के तौर पर देखा जा रहा है. पूरे महंत के गेटअप में नामांकन कराने पहुंचे किशन दीक्षित ने अपने हिंदुत्ववादी स्वरूप का सीधे परिचय दिया है.
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किशन दीक्षित पेशे से वकील होने के साथ ही बनारस के प्रसिद्ध महामृत्युंजय मंदिर के महंत भी हैं. किशन वाराणसी की शहर दक्षिणी विधानसभा से काफी लंबे वक्त से समाजवादी पार्टी से टिकट मांग रहे थे. 2017 के विधानसभा चुनावों में भी किशन दिक्षित का नाम सबसे आगे था, लेकिन गठबंधन की वजह से किशन पिछले साल पीछे रह गए. इस बार काफी जद्दोजहद के बाद किशन को टिकट मिल गया.
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किशन दीक्षित महामृत्युंजय मंदिर के महंत होने की वजह से अपने चुनाव प्रचार में भी पूरी तरह से पुजारी के रूप में नजर आ रहे हैं. सोमवार को नामांकन करने पहुंचे किशन दीक्षित पुजारी के रूप में ही दिखाई दिए. पीले रंग की धोती दुपट्टा और बनियान में किशन दीक्षित का यह रूप निश्चित तौर पर बीजेपी के हिंदुत्ववादी चेहरे के आगे सपा के एक अलग चेहरे को पेश करने के लिए काफी है.
रिपोर्ट: विपिन सिंह, वाराणसी