Prayagraj News: पिछले साल (2021) प्रयागराज से दिल्ली तक करीब 720 किमी दौड़ लगा चुकी काजल की जिला प्रशासन ने अब सुध ली है. जिलाधिकारी संजय खत्री ने काजल को 51 हजार सहायता राशि और स्पोर्ट किट देने की घोषणा की है. साथ ही जिलाधिकारी ने स्पोर्ट में काजल की रुचि देखते हुए खेल विभाग को हर संभव मदद करने का निर्देश दिया. दरअसल, सीएम योगी से मुलाकात के लिए 10 वर्ष की काजल 10 अप्रैल को प्रयागराज सिविल लाइन से लखनऊ के लिए रवाना हो चुकी है.
फाफामऊ (प्रयागराज) के रास्ते कुंडा लखनऊ जा रही काजल ने राजा भईया से भी मुलाकात की थी. कुंडा विधायक राजा भईया ने काजल से मुलाकात के बाद उसका हौसला बढ़ाया. साथ ही राजा भैया ने काजल की हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया था. काजल ने कुंडा होते हुए रायबरेली के रास्ते लखनऊ की यात्रा 6 दिन में पूरी करने का लक्ष्य रखा है.
दरअसल, प्रयागराज में 19 नवंबर को आयोजित हुई 42 किमी की इंदिरा मैराथन में काजल ने दौड़ लगाते हुए 14वां स्थान प्राप्त किया था. हालांकि, उम्र कम होने के कारण आयोजकों द्वारा काजल को मैराथन में शामिल नहीं माना था. बावजूद इसके काजल ने 42 किमी की मैराथन पूरी की थी. मैराथन पूरी करने के बाद काजल ने उस समय खेल मंत्री उपेंद्र तिवारी से मुलाकात की इच्छा जाहिर की थी. लेकिन वह मुलाकात नहीं कर पाई थी.
काजल का कहना है कि इंदिरा मैराथन में दौड़ पूरी करने के बाद भी सिर्फ उम्र कम होने के कारण उन्हें आयोजकों द्वारा तवज्जों नहीं दी गई. अब वह इस संबंध में सीएम से मिलकर उनके समक्ष अपनी बात रखेंगी. ताकि कम उम्र उनकी राह में रुकावट न बने.
प्रयागराज के मांडा क्षेत्र स्थित ललितपुर भवसारा नरोत्तम की रहने वाली 10 वर्षीय बालिका काजल निषाद, बुधिया को अपना प्रेरणा श्रोत मानती है. काजल से कुछ साल पहले चार साल के बुधिया ने पूरी से भुवनेश्वर तक 65 किमी तक दौड़ लगाकर सुर्खियां बटोरी थी. काजल के कोच रंजनीकांत निषाद ने बताया कि, काजल को 3 साल से अधिक समय से ट्रेनिग दे रहे हैं. काजल में अपने सपनों को पाने का जज्बा और लगन दोनों है. वह लखनऊ में सीएम योगी से मिलकर काजल की प्रतिभा से उन्हें अवगत कराना चाहते हैं. जिससे भविष्य में काजल की उम्र उसकी राह में समस्या न बने. साथ ही आगामी इंदिरा मैराथन में काजल को दौड़ने की अनुमति भी मिल सके.
रिपोर्ट- एसके इलाहाबादी