Gorakhpur News: गोरखपुर नगर निगम (GMC) जल्द ही वार्डों का परमिशन फाइनल करेगा. निगम ने इसके लिए तैयारी भी तेजी से कर दी है. 32 नए गांव नगर निगम में शामिल होने के बाद वार्डों की संख्या 80 हो जाएगी. परिसीमन के साथ वार्डों के नामकरण की भी तैयारी चल रही है. निगम में शामिल होने वाले नए वार्डों के नामकरण के साथ ही कुछ पुराने वार्डों के नाम भी बदले जाएंगे.
नगर निगम निकाय चुनाव के पहले निगम की परिसीमन कमेटी ने वार्डों को लेकर नया प्रस्ताव शासन को भेज दिया है. शासन के आदेश के बाद नए गांव शामिल होने के बाद जो वार्ड बनेंगे उनके नाम महापुरुषों के नाम पर रखे जाएंगे. इसके साथ साथ आधा दर्जन पुरानी वार्डों के भी नाम बदले जाएंगे.
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जनप्रिय बिहार का नाम दिग्विजय नगर
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घोसीपुरवा का नाम राम प्रसाद बिस्मिल नगर
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महादेव झारखंडी व जंगल तुलसीराम बिछिया के नाम से दो 2 वार्ड हैं. इनमें से भी 1-1 वार्ड को नया नाम मिल सकता है.
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इसी तरह से इंजीनियरिंग कॉलेज वार्ड का नाम भी बदला जा सकता है. इसका नाम बदलकर इंजीनियरिंग कॉलेज प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय हो चुका है.
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इंजीनियरिंग कॉलेज का नाम भी बदला है. इसका नाम मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय हो चुका है. इसी तरह से से वार्ड का नाम भी हो सकता है.
उप नगर आयुक्त संजय शुक्ला ने बताया कि नए गांव को शामिल करने के बाद नगर निगम में वार्डों के निर्धारण का प्रस्ताव शासन को भेजा जा चुका है. शासन से जल्द ही मंजूरी मिलने की उम्मीद है. उसके बाद वार्डों के गठन की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी.
गोरखपुर नगर निगम इंदौर की तर्ज पर गोरखपुर को संवारने की मुहिम में जुट गया है. इसके लिए नगर निगम प्रशासन निगम की व्यवस्थाओं को अपग्रेड करने में जुटा हुआ है. इसकी शुरुआत और वाहनों की निगरानी बढ़ाने व संचार व्यवस्था बेहतर करने में जुटा हुआ है. नगर आयुक्त अविनाश सिंह के नेतृत्व में टीम इंदौर गई हुई है. वहां की व्यवस्थाओं का अध्ययन करने के बाद इंदौर मॉडल के तर्ज पर गोरखपुर में नगर निगम काम करेगी.
रिपोर्टर- कुमार प्रदीप