Lucknow: पूर्वोत्तर राज्य सिक्किम में शुक्रवार को सेना के वाहन के खाई में गिरने हुई 16 जवानों की मौतों में चार उत्तर प्रदेश के हैं. शहीदों में हवलदार चरन सिंह, लांस नायक भूपेंद्र सिंह, नायक श्याम सिंह यादव और नायक लोकेश कुमार शामिल हैं. चारों जवानों के पार्थिव शरीर सिक्किम से शनिवार दोपहर तक इनके पैतृक स्थल के लिए रवाना होंगे. आज शाम तक इनके पार्थिव शरीर लखनऊ एयरपोर्ट पहुंचने की उम्मीद है. इसके बाद यहां से इन्हें सम्मान के साथ शहीदों के गृह जनपद भेजा जाएगा, जहां परिजन अंतिम संस्कार करेंगे. इस मौके पर सरकार के मंत्री और सेना के वरिष्ठ अफसर मौजूद रहेंगे.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शहीद सैनिकों के परिजनों को 50-50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान करने की घोषणा की है. उन्होंने इन शहीदों के परिवारों के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने के साथ देने तथा शहीद लोकेश कुमार, श्याम सिंह यादव, भूपेंद्र सिंह और चरन सिंह के नाम पर उनके जनपद की एक सड़क का नामकरण करने की भी घोषणा की है. मुख्यमंत्री ने शहीद सैनिकों के परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि शोक की इस घड़ी में राज्य सरकार उनके साथ है. उन्होंने कहा कि प्रदेश के शहीद सैनिकों का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा. शहीदों सैनिकों के अंतिम संस्कार में राज्य सरकार के मंत्री सम्मिलित होकर श्रद्धांजलि देंगे.
सिक्किम में हुए सड़क हादसे में हुए शहीदों में ललितपुर जिले का जवान भी शामिल है. जवान का परिवार सौजना थाना क्षेत्र में रहता है. जवान के बलिदान की खबर आते ही गांव व परिवार में मातम छा गया. सौजना क्षेत्र निवासी चरन सिंह पुत्र हुकुम सिंह सेना में जवान थे. वर्तमान में वह सिक्किम में तैनात थे. सेना के अधिकारियों के मुताबिक शुक्रवार हादसे में ललितपुर के सौजना निवासी चरन सिंह भी बलिदान हुये. देर शाम जब अधिकारियों ने फोन कर घटना की जानकारी दी तो घर में कोहराम मच गया. जानकारी होते ही सौजना थाने की पुलिस के साथ ही जिला प्रशासन के अधिकारी बलिदानी जवान के घर पहुंचे और परिजनों को ढांढस बंधाया.
हादसे के शहीदों में एटा के अलीगंज क्षेत्र के गांव ताजपुर अदादा निवासी भूपेंद्र सिंह भी हैं. उनके बलिदान की खबर मिलने के बाद से ही घर में कोहराम मचा गया. भूपेंद्र की शादी तीन वर्ष पहले हुई थी. अपर जिलाधिकारी प्रशासन आलोक कुमार ने बताया कि मामले की सूचना मिली है. दुखद हादसा है, सैनिक की राजकीय सम्मान के साथ अंत्येष्टि की जाएगी.
उन्नाव जिले में हिलौली ब्लॉक के गांव ककरारीखेड़ा निवासी किसान का फौजी बेटा सिक्किम सड़क हादसे में शहीद हो गया. श्याम सिंह यादव 2011 में सेना में सैनिक के पद पर भर्ती हुए थे. इस समय उनकी तैनाती सिक्किम में थी. इकलौते बेटे की मौत की सूचना जैसे ही घर पहुंची कोहराम मच गया. मां शांति के साथ पत्नी विनीता और तीन बहनें बेहाल हैं. शहीद का एक छोटा बेटा अमन आठ वर्ष का है. पिता खेती कर परिवार का पालन पोषण करते हैं. बेटा ही सहारा था. पिता ने बताया कि आठ दिसंबर को ही घर से ड्यूटी पर सिक्किम गया था. शुक्रवार रात सेना के एक अधिकारी ने बेटे के शहीद होने की सूचना दी.
हादसे में मुजफ्फरनगर के युसूफपुर गांव के रहने वाले नायक लोकेश कुमार भी शहीद हुए हैं. नौ साल पहले सेना की 25 ग्रेनेडियर में भर्ती हुआ नायक दस दिन पहले ही एक माह की छुट्टी पूरी कर ड्यूटी पर लौटा था. नायक की शहादत की सूचना के बाद जिला गम में डूब गया.
Also Read: अटल जयंती: योगी सरकार 98 हजार लोगों को एक दिन में देगी नल कनेक्शन, ‘संकल्प अटल हर घर जल’ अभियान आज से..लोकेश ने परिवार को बताया था कि बंगाल होते हुए सिक्किम जाना है. बृहस्पतिवार रात परिवार के लोगों से बात हुई थी, जिसमें उन्होंने बताया था कि सैनिक गहरे स्थान पर तैनात हैं और शुक्रवार को यहां से वापस लौटेंगे. लेकिन, शुक्रवार को सिक्किम में हादसे की सूचना मिली.
आशंकित परिजनों ने कई बार कॉल की. लेकिन, दूसरी तरफ से जवाब नहीं मिला. परिजन दिनभर परेशान रहे. उधर, देर रात शहीद सैनिकों की सूची सोशल मीडिया पर वायरल होने लगी. इसके बाद पीड़ित परिवार के घर सांत्वना देने वालों का तांता लगा है. परिवार में किसान पिता उदयवीर सिंह, मां कुसुम, पत्नी तनु है। बहन रश्मि की शादी करहेड़ा गांव निवासी रॉकी से हुई है.