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गाजियाबाद में बुजुर्ग की पिटाई का मामला
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पीड़ित बुजुर्ग लगातार बदल रहे है बयान
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कहा- ताबीज की बात झूठी, लगवाये गये नारे
गाजियाबाद में बुजुर्ग की पिटाई का मामला जैसे-जैसे तूल पकड़ रहा है, बयानबाजी तेज होती जा रही है. अब इस मामले में पीड़ित बुजुर्ग का कहना है कि ताबीज की बात झूठी है उससे कुछ लोगों ने जबरन जय श्री राम के नारे लगवाये. अब्दुल समद का ये भी कहना है कि मेरी कनपटी पर बंदूक रखकर मुझे मारा-पीटा गया. और गंदी गंदी गालियां दी गई. यह बात पीड़ित बुजुर्ग अब्दुल समद ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कही.
बुलंदशहर स्थित अपने आवास में पत्रकारों से बातचीत में अब्दुल समद ने ये भी बताया कि, चार लोग थे. सभी ने लाठी-डंडे और लात मुक्कों से उसकी पिटाई की. और जबरन मुझसे जय श्री राम के नारे लगवाये. यहां तक की पानी मांगने पर उन्होंने मूत्र पिलाने की बात तक कही. अब्दुल समद ने ताबीज की बात को सिरे से खारिज करते हुए इसे बेबुनियाद बात कहा.
मामले को लेकर यूपी में मचा है घमासानः बुजुर्ग शख्स की पिटाई के मामले ने काफी तूल पकड़ लिया है. पुलिस ने इस मामले में कई लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. वीडियो वायरल मामले में पुलिस ने स्थानीय नेता उमेद पहलवान पर भी मुकदमा दर्ज कर लिया है. इससे पहले पुलिस ने 9 के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया था जिसमें ट्वीटर से लेकर पत्रकार और कुछ नेता भी शामिल है.
पुलिस पर पहले मदद, फिर झूठा इल्जाम लगाने का आरोपः इस मामले में पीड़िच अब्दुल समद ने कई बार अपने बयान को बदला है. पहले उन्होंने कहा था कि पुलिस ने काफी मदद की है. अब उनका कहना है कि, वह आरोपियों को पहले से नहीं जानते हैं, और ताबीज वाली बात भी झूठी है. उन्होंने कहा है कि, पुलिस झूठा इल्जाम लगा रही है. वहीं पीड़ित और उसके पुत्रों ने सरकार और प्रशासन से पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है.
पुलिस का क्या कहना हैः वहीं इस मामले में पुलिस का कहना है कि, इस मामले को धार्मिक एंगल से देखना गलत है. ताबीज के काम न करने से नाराज कुछ युवकों ने अब्दुल हामिद की पिटाई कर दी. बता दें, बुजुर्ग की पिटाई और जबरन दाढ़ी काटने को लेकर पूरे इलाके में तनाव है. इसको लेकर कई लोग अपनी राजनीति चमकाने में भई लगे हैं.
Posted by: Pritish Sahay