Lucknow: रामपुर विधानसभा उपचुनाव में आजम खान के करीबी आसिम रजा की शिकस्त के बाद भाजपा कार्यकर्ता जहां बेहद उत्साहित हैं, वहीं समाजवादी पार्टी उपचुनाव के मतदान से ही आरोप लगा रही है कि निष्पक्ष चुनाव नहीं हुए और पार्टी वोटरों को बूथ तक नहीं जाने दिया गया. इस बीच अब आजम खां के विधायक अब्दुल्ला आजम ने एक ट्वीट के जरिए अपनी बात कही है, जिसमें उनका दर्द साफ नजर आ रहा है.
स्वार विधानसभा सीट से विधायक और आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम की रामपुर में हार के बाद पहली प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने गुरुवार को ट्वीट किया, “बड़ा बदनसीब हूं, एक सच को सच साबित नहीं कर सका, मेरा सच कमजोर था हार गया, झूठ ताकतवर था, इसलिए जीत गया.” इसे सपा विधायक के रामपुर उपचुनाव में हार के दर्द के तौर पर देखा जा रहा है.
इस बीच अब्दुल्ला आजम के दो जन्म प्रमाण पत्र मामले में एमपी एमएलए कोर्ट में सुनवाई जारी है. अब्दुल्ला आजम के दो जन्म प्रमाणपत्र होने के आरोप में दर्ज मुकदमे में बुधवार को गवाह कोर्ट पहुंचे. लेकिन, बचाव पक्ष के अधिवक्ता की ओर से स्थगन प्रार्थनापत्र दाखिल किया गया. अब इस मामले की आज सुनवाई होगी.
भाजपा नेता आकाश सक्सेना ने सपा विधायक अब्दुल्ला आजम के दो जन्म प्रमाणपत्र होने के मामले में गंज थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी. इस मुकदमे में सपा नेता आजम खां और उनकी पत्नी डॉ. तजीन फात्मा भी आरोपी हैं. पुलिस इस मामले में तीनों के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर चुकी है. इस मामले में आजम खां, डॉ. फात्मा और अब्दुल्ला जमानत पर चल रहे हैं. इस मामले की सुनवाई एमपी-एमएलए कोर्ट (मजिस्ट्रेट ट्रायल) में चल रही है.
रामपुर उपचुनाव के लिए सपा ने आजम खान के करीबी आसिम रजा को अपना उम्मीदवार बनाया था. जबकि भाजपा ने आकाश सक्सेना को अपना उम्मीदवार बनाया था. इस चुनाव में आकाश सक्सेना ने आसिम रजा को करीब 33 हजार वोटों से चुनाव में हरा दिया. हालांकि इससे पहले रामपुर लोकसभा उपचुनाव में भी सपा ने आसिम रजा को ही उम्मीदवार बनाया था. तब भाजपा के घनश्याम लोधी ने उन्हें हराया था.
इस उपचुनाव सपा ने भाजपा पर मतदान प्रभावित करने का आरोप लगाया है. पार्टी की ओर से शिकायत की गई कि उपचुनाव के दिन सपा के बस्ते पर तोड़फोड़ की गई. मुस्लिम वोटरों को घर से नहीं निकलने दिया गया. आजम की पत्नी और पूर्व सांसद तंजीन फातिमा ने वोट डालने के बाद कहा कि वोटिंग के नाम पर मजाक हो रहा है. अब्दुल्ला आजम भी पुलिस प्रशासन के व्यवहार से नाराज दिखे. आजम का परिवार चुनावी माहौल में लगातार बेचैन दिखा.
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वहीं सपा प्रत्याशी आसिम रजा ने सपा के वर्चस्व वाले शहर के बूथों को लूटकर लोगों को वोट नहीं डालने के आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि रामपुर में इलेक्शन हुआ ही नहीं. रामपुर में भाजपा से मुकाबला था ही नहीं. आजादी के बाद से आज तक भाजपा यहां विधानसभा का चुनाव नहीं जीत सकी है. समीकरण ऐसे हैं कि वह जीत भी नहीं सकती है. गलत तरीके से जीत हासिल करने के लिए खाकी वर्दी ने रामपुर में खेल खेला. लोगों को घरों से निकलने नहीं दिया गया. गली-गली आतंक मचाया गया. हमारे मतदाताओं के आने वाले रास्तों पर बैरिकेडिंग की गई. पुलिस लगाकर उन्हें रोका गया, जो लोग किसी तरह पहुंचे, उनकी पर्चियां फाड़ दी गई.