Aligarh News: सन 2008 में बना अलीगढ़ मंडल, 14 साल गुजर जाने के बाद आज भी अधूरा है. 3 ऐसे महत्वपूर्ण कार्यालय हैं. इनके लिए आज भी अलीगढ़ मंडलवासियों को आगरा का रूप करना पड़ता है. कई शहरों के नागरिकों को 150- 175 किलोमीटर की दूरी तय कर आगरा काम करवाने के लिए आना जाना पड़ता है.
अलीगढ़ मंडल बनने के बाद आज भी अलीगढ़ के अशासकीय डिग्री कॉलेज के कर्मचारियों, शिक्षकों को आगरा ग्वालियर रोड पर स्थित क्षेत्रीय उच्च शिक्षा कार्यालय में चक्कर काटने पड़ते हैं. आगरा के क्षेत्रीय उच्च शिक्षा कार्यालय में क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी, अकाउंटेंट, स्टेनो कनिष्ठ सहायक और चपरासी तैनात हैं. इतने छोटे से स्टॉफ का यह बड़ा महत्वपूर्ण कार्यालय है, यहां अशासकीय डिग्री कॉलेज के वेतन जीपीएफ, शिक्षक अनुमोदन, तीसरे चौथे वर्ग के भर्ती का अनुमोदन, सेवानिवृत्ति के बाद पेंशन के कागज तैयार कराना, स्ववित्तपोषित महाविद्यालय के संबद्धता संबंधित पैनल निरीक्षण का कार्य, शिकायत निस्तारण आदि कार्य इसी कार्यालय के माध्यम से होता है. अलीगढ़ मंडल बनने के बाद यहां के अलीगढ़, हाथरस, एटा, कासगंज जिले के लोगों को आज भी अलीगढ़ का क्षेत्रीय उच्च शिक्षा कार्यालय नहीं मिला.
अलीगढ़ मंडल में राजा महेंद्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय की स्थापना के साथ तीन विश्वविद्यालय हो गए हैं. केंद्रीय विश्वविद्यालय एएमयू और निजी विश्वविद्यालय मंगलायतन अलीगढ़ के दायरे में है, फिर भी अलीगढ़ को हायर एजुकेशन क्षेत्र का हायर ऑफिस उच्च शिक्षा कार्यालय अभी तक नहीं मिला है.
किसी भी प्रकार की फर्म सोसायटी चिटफंड आदि पंजीकृत कराने के लिए आज भी अलीगढ़, हाथरस, एटा कासगंज के लोगों को आगरा स्थित रजिस्टार ऑफिस जाना-आना पड़ता है. 14 साल गुजरने के बाद भी अलीगढ़ मंडल के लिए अलग सोसायटी फर्म रजिस्टार ऑफिस नहीं मिल सका.
सरकारी विभाग से सेवानिवृत्त होने के बाद आज भी अलीगढ़, हाथरस, एटा कासगंज के कर्मचारियों को पेंशन पाने के लिए आगरा स्थित क्षेत्रीय पेंशन कार्यालय के चक्कर काटने पड़ते हैं, बिना चढ़ावे के पेंशन पाना एक सपना सा महसूस होता है. अलीगढ़ में कोषागार कार्यालय तो है, परंतु मंडल स्तरीय पेंशन कार्यालय अभी भी अस्तित्व में नहीं है.
रिपोर्ट : चमन शर्मा