-
जबरन धर्मांतरण मामले में पुलिस की कार्रवाई
-
दो आरोपी को किया गिरफ्तार, काम कर रहा है पूरा नेटवर्क
-
आरोपियों पर सीएम योगी ने एनएसए लगाने का दिया निर्देश
यूपी में धर्मांतरण मामले में एटीएस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. साथ ही एक गैंग का भांडाफोड़ भी किया है. आरोप है कि इस गैंग ने एक हजार से अधिक हिंदुओं का जबरन धर्म परिवर्तन कराया है. वहीं, अब इस मामले में यूपी सरकार ने मामले की पूरी जांच करने का आदेश दिया है. यूपी के सीए योगी आदित्यनाथ ने इस मामले में शामिल सभी लोगों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) लगाने के निर्देश दिए हैं.
आरोपियों पर सख्त कार्रवाईः धर्मांतरण मामले में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ एक्शन मोड में आ गये हैं. उन्होंने दोषियों पर नेशनल सिक्युरिटी एक्ट लगाने के साथ साथ कहा कि सभी आरोपियों की संपत्ति भी जब्त की जाएगी. वहीं इस मामले में यूपी एटीएस (ATS UP) दो आरोपी मोहम्मद उमर गौतम और मुफ्ती काजी जहांगीर कासमी को गिरफ्तार किया. बता दें, जबरन धर्म परिवर्तन की शिकायत पुलिस को काफी पहले से मिल रही थी.
एटीएस कर रही है कार्रवाईः इधर, धर्म परिवर्तन मामले में एटीएस कार्रवाई में जुटी है. एटीएस नोएडा अपने ऑपरेशन के तहत अभी दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इसके साथ ही एटीएस की टीम अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है. नोएडा से आयी एटीएस की टीम फिलहाल लखनऊ और कानपुर में रहकर मामले की जांच कर रही है. इस मामले में पुलिस ने डा. मोहम्मद उमर गौतम और आदित्य के घर जाकर उसके परिजनों से भी पूछताछ कर रही है.
लालच देकर कराया धर्म पिरवर्तनः इस मामले में पुलिस का कहना है कि जबरन धर्म परिवर्तन कराने का पूरा नेटवर्क काम कर रहा है. ये धर्मपरिवर्तन के लिए गौर मुस्लिम युवतियों और युवक की शादी मुस्लिम युवक एवं युवतियों से करा रहे हैं. इस मामले में जैसे जैसे जांच आगे बढ़ रही है नये नये खुलासे भी सरामने आ रहे हैं. पुलिस ने बताया कि, गौतम ने दावा किया है कि 1 हजार लोगों को इस्लाम में परिवर्तित किया गया है. इसके लिए उन्हें पैसे के साथ-साथ शादी का भी झांसा दिया गया.
Posted by: Pritish Sahay