Lucknow News: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से गुरुवार को उनके सरकारी आवास पर बिल एंड मिलिंडा गेट्स फाउंडेशन के प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की. इस अवसर पर उत्तर प्रदेश सरकार के साथ स्वास्थ्य, पोषण और कृषि के क्षेत्र में तकनीकी सहयोग को और बढ़ाने पर चर्चा की गई.
सीएम योगी ने कहा कि राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वे (एनएफएचएस-5) के परिणाम बताते हैं कि स्वास्थ्य और पोषण के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश में अभूतपूर्व सुधार हुआ है. कई मानकों पर हमारा प्रदर्शन राष्ट्रीय औसत से बेहतर है. इस कार्य में भी हमें फाउंडेशन का सहयोग मिला है. उन्होंने कहा कि कोविड के दौरान उत्तर प्रदेश में फाउंडेशन की ओर से सहयोग दिया गया है. टेस्टिंग किट उपलब्ध कराना हो या जनपद गौतमबुद्धनगर, गोण्डा तथा प्रयागराज में डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल की स्थापना हो, इन सभी कार्यों में फाउंडेशन ने सहयोग किया है.
सीएम ने कहा कि यूपी ने हाल के वर्षों में स्वास्थ्य और पोषण के क्षेत्र में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त की है. पिछले 40 वर्षों से प्रदेश में इंसेफेलाइटिस से अनेक मासूम बच्चों की असमय मृत्यु होती थी. अब इस बीमारी से असमय मृत्यु को 95 प्रतिशत तक नियंत्रित कर लिया गया है. इंसेफेलाइटिस सहित विभिन्न जल-जनित बीमारियों एवं कोविड प्रबंधन आदि में हमें यूनिसेफ, डब्ल्यूएचओ, बिल एंड मिलिंडा गेट्स फाउंडेशन और पाथ जैसी वैश्विक संस्थाओं से अच्छा सहयोग प्राप्त हुआ है.
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि स्वास्थ्य सुरक्षा के क्षेत्र में राज्य में अभी बहुत कुछ करना है. मगर हमारे पास कुशल नर्सिंग या पैरामेडिकल स्टाफ की उपलब्धता बड़ी चुनौती है. योग्य और कुशल एवं प्रोफेशनल नर्सिंग स्टाफ, पैरामेडिकल स्टाफ तैयार करने के लिए फाउंडेशन राज्य सरकार को सहयोग कर सकता है. इसे डिजिटल प्लेटफॉर्म पर बढ़ाया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि इसी तरह प्रदेश में कृषि के क्षेत्र में विकास की असीम संभावनाएं हैं. यूपी को प्रचुर जल संसाधन और उर्वर भूमि के रूप में प्रकृति से उपहार देना है. किसानों को टेक्नोलॉजी से जोड़ने, ट्रेनिंग देने तथा कृषि क्षेत्र में विभिन्न शोध कार्यों आदि पर जागरूक करना उपयोगी होगा.
इस अवसर पर फाउंडेशन के सीईओ मार्क्स सुजमैन ने कहा कि वह बहुत सारे देशों में कार्य करते हैं. उन्होंने सभी देशों के कोविड प्रबंधन को देखा है. यह कहना उचित होगा कि भारत विशेष रूप से उत्तर प्रदेश का कोविड प्रबंधन अमेरिका के कोविड मैनेजमेंट से कहीं बेहतर रहा है. यूपी के सघन जनसंख्या घनत्व और विविध सामाजिक चुनौतियों का सामना यहां के नेतृत्व ने जिस प्रकार किया वह अत्यन्त सराहनीय है. इस अवसर पर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक, फाउंडेशन के कंट्री डायरेक्टर एवं अन्य पदाधिकारी तथा शासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे.