UP Nikay Chunav: निकाय चुनाव को लेकर भाजपा अपनी रणनीति को धार देने में जुट गई है. पार्टी संगठन के फैसले के मुताबिक विभिन्न मोर्चा के पदाधिकारियों को अलग अलग जिम्मेदारी सौंपी गई है. इसमें पसमांदा मुसलमानों को रिझाने के लिए पार्टी के अल्पसंख्यक मोर्चा को जुटाया गया है.
अल्पसंख्यक मोर्चा पसमांदा मुसलमानों के बीच पैठ बनाकर उन्हे ये समझाएगा कि भाजपा उनके हित के लिए काम कर रही है, जबकि अन्य दल उनके नाम पर सिर्फ राजनीति ही करते आए हैं. पार्टी इससे पहले भी उपचुनाव के दौरान पसमांदा सम्मेलन आयोजित कर इस तबके को आकर्षित करने का प्रयास कर चुकी है. पार्टी रणनीतिकारों के मुताबिक उपचुनाव में रामपुर और खतौली में उसे मुस्लिम समाज का वोट मिला है. इसीलिए स्थानीय चुनाव में पसमांदा मुस्लिम समाज के लोगों को न सिर्फ जोड़ने का काम किया जाएगा, बल्कि उन्हें उम्मीदवार भी बनाया जाएगा.
इसी कड़ी में अब निकाय चुनाव को केंद्रित करते हुए पसमांदा सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत भाजपा के बड़े नेता इन सम्मेलनों में शामिल होंगे. प्रदेश के सभी 17 नगर निगमों में ये पसमांदा मुस्लिम सम्मेलन आयोजित कराए जाएंगे.
भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष बासित अली के मुताबिक सभी वर्गों की तरह पसमांदा समाज के लोगों तक भी सरकार की योजनाओं का लाभ पहुंचा है. खासतौर से महानगरों में सबसे ज्यादा लाभ पहुंचा है. इसलिए इन लोगों तक पहुंचकर इन्हें भाजपा की रीति, नीति और रिवाज से अवगत कराया जाएगा. इसके लिए अल्पसंख्यक मोर्चा जमीन पर काम भी कर रहा है. सभी नगर निगम क्षेत्रों में कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. इन सम्मेलनों में बड़ी तादाद में पसमांदा समाज के लाभार्थी मौजूद रहेंगे.
बासित अली के मुताबिक प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी से उनसे इस बार अल्पसंख्यकों को टिकट भी मिलने की बात कही है. उन्होंने कहा कि मुरादाबाद, काशी, कानपुर और मेरठ की तारीख सबसे पहले फाइनल होगी. इसके बाद आगे के कार्यक्रम बनेंगे. उन्होंने कहा सपा, बसपा, कांग्रेस का जो वोट बैंक है वह बड़ी तादाद में भाजपा से जुड़ रहा है. बसपा और सपा के नगर पंचायतों के चेयरमैन भाजपा के संपर्क में हैं, टिकट मांग रहे हैं.
बासित अली ने कहा कि आज बड़ी तादाद में अल्पसंख्यक वोट बीजेपी को मिल रहे हैं. रामपुर जीतने का एक बड़ा कारण अल्पसंख्यक वोटर बढ़ना है. उन्होंने कहा इस बार अल्पसंख्यकों को सैकड़ों की तादाद में टिकट दिए जाएंगे. उन्हें नेतृत्व मिलने वाला है और वह जीतेंगे भी. बासित अली ने कहा बसपा का वोट बैंक चला गया है. बसपा मुसलमानों का राग अलाप रही है. लेकिन, वह उनका भला करने वाली नहीं है. मुसलमानों ने बसपा, सपा, कांग्रेस की सरकार बनवाई. लेकिन, इस बार नंबर भाजपा का है.
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इसके साथ ही निकाय चुनाव को लेकर भाजपा ने विधानसभा चुनावों की तर्ज पर अलग अलग मोर्चों के सम्मेलन आयोजित करने का फैसला किया है. पार्टी ओबीसी, अल्पसंख्यक, अतिपिछड़ा, व्यापारी, महिला, युवा और किसान सम्मेलनों के जरिए अपनी बात लोगों तक पहुंचाएगी. हर निगम में जाति की संख्या के हिसाब से संगठन का मोर्चा कार्यक्रम को उन तक पहुंचाएगा.