Prayagraj News: क्या आप जानते हैं कि रविवार यानी 3 जुलाई को एक दिन के लिए प्रयागराज के एडीजी बदल गए थे, अरे नहीं उनका कोई ट्रांसफर नहीं किया गया है, बल्कि उन्होंने ही कैंसर के मरीज हर्ष दुबे (12) को एक दिन के लिए प्रयागराज का एडीजी बनाकर उनका मनोबल बढ़ाया .हर्ष के इलाज के लिए एडीजी प्रयागराज प्रेम प्रकाश, डॉक्टर पॉल और समाजसेवी पंकज रिजवानी आगे आए हैं.
दरअसल, हर्ष दुबे बोन कैंसर से पीड़ित है. उसका दो साल से उपचार चल रहा है. रविवार को उन्हें एक दिन लिए एडीजी बनाया गया. इस दौरान तमाम अधिकारी मौजूद रहे, और उन्हें उसी तरह सलामी दी गई, जिस तरह से एडीजी अधिकारी को दी जाती है. उन्होंने एडीजी से संबंधित कई कार्य भी किए और आदेश जारी किया. कैंसर मरीज हर्ष की मदद के लिए जिले की तीन हस्तियां सामने आई हैं. हर्ष का हौसला बढ़ाने के लिए एडीजी प्रेम प्रकाश ने बॉडी किट देने के साथ उसे एक दिन का एडीजी भी बनाया.
हर्ष ने भी एक वरिष्ठ अधिकारी की तरह कार्यालय में बैठक पुलिस की व्यवस्था को समझा, और कई फाइलों पर सिग्नेचर भी किए. कमला नेहरू हॉस्पिटल के डॉक्टर और पद्मश्री अवॉर्ड से सम्मानित डॉ. बी. पॉल के साथ ही डॉ. राधारानी घोष, सर्जन विशाल केवलानी और पंकज रिजवानी भी मौजूद रहे. हर्ष के पिता शहर में ई-रिक्शा चलाते हैं. इसलिए एडीजी और अन्य समाजसेवियों ने फैसला किया है कि वह हर्ष के लिए कुछ ऐसा कार्य करेंगे जिससे की उसका मनोबल बढ़े, और वह अपने को गौरवान्वित महसूस करे.
इसी क्रम में उसे एक दिन का एडीजी बनाया गया और उससे वह सारे कार्य लिए गए जिसे एडीजी द्वारा किया जाता है. एडीजी की कुर्सी पर बैठने के बाद अधिकारियों ने उसे सलामी दी. यह देख हर्ष के पिता संजय दुबे की खुशी का ठिकाना नहीं रहा. हर्ष का इलाज कर रहे डॉ. बी. पॉल का कहना है कि कैंसर मरीज को हमेशा हिम्मत बनाकर रखनी चाहिए. कैंसर लाइलाज बीमारी तो है लेकिन मरीज के अंदर यदि हिम्मत हो और सही इलाज मिले तो कैंसर को हराया भी जा सकता है.
रिपोर्ट- आयुष तिवारी