बहुचर्चित मनीष गुप्ता मर्डर केस की जांच अब सीबीआई करेगी. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद यूपी सरकार ने यह फैसला किया है. इस संबंध में राज्य सरकार की ओर से केंद्र को जांच के लिए संस्तुति की गई है. यूपी सरकार ने प्रेस रिलीज जारी कर इस जानकारी दी है.
यूपी सरकार की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि मनीष गुप्ता हत्याकांड की जांच का जिम्मा सरकार ने सीबीआई को सौंप दिया है. हालांकि रिलीज में कहा गया है कि जब तक सीबीआई मामले की टेक ओवर नहीं करती है, तब तक एसआईटी की जांच जारी रहेगी.
चार दिन बाद भी आरोपित फरार- इधर, चार दिन बाद भी मुख्य आरोपी इंस्पेक्टर जगत नारायण सहित सभी फरार हैं. पुलिस के गिरफ्त से आरोपी के दूर होने पर सपा और बसपा ने सरकार पर हमला बोला है. अखिलेश यादव ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि आरोपी के घर पर मुख्यमंत्री बुलडोजर क्यों नहीं चलवा रहे हैं. उन्होंने इसके साथ ही इंस्पेक्टर के फरार होने की घटना वसूली से जोड़ा.
Also Read: UP: एक और हत्या से गोरखपुर में हड़कंप, फ्री शराब नहीं देने पर गुंडों ने वेटर को मार डाला, जांच में जुटी पुलिसइन लोगों को बनाया गया है आरोपी– मनीष गुप्ता हत्याकांड में पुलिस की ओर से इंस्पेक्टर जेएन सिंह, उप निरीक्षक अक्षय सिंह, उप निरीक्षक विजय यादव सहित तीन अन्य लोगों को आरोपी बनाया गया है. इन लोगों के खिलाफ मनीष गुप्ता की पत्नी मीनाक्षी ने आवेदन दिया था.
बताते चलें कि घटना के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रॉपटी डीलर मनीष गुप्ता के परिजनों से मुलाकात किया था. मुलाकात के बाद उनकी पत्नी मीनाक्षी गुप्ता ने कहा कि सरकार ने हमारी सारी मांगें मान ली है. केस गोरखपुर से कानपुर ट्रांसफर किया जाएगा और सीबीआई जांच पर भी सीएम ने संस्तुति करने की बात कही है.
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