Lucknow News: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को दशमोत्तर दशमोत्तर छात्रवृत्ति योजना 2021-22 के अंतर्गत 12,17,631 मेधावी विद्यार्थियों को 458.66 करोड़ रुपए का ऑनलाइन ट्रांसफर किया. इस बीच उन्होंने मेधावी छात्र-छात्राओं से मुलाकात करके उनके सफल भविष्य की कामना की.
इस कार्यक्रम का आयोजन सीएम योगी आदित्यनाथ के राजधानी के कालिदास मार्ग पर बने आवास पर किया गया था. इस दौरान प्रदेश सरकार की ओर से छात्रवृत्ति का 458.66 करोड़ रुपए का ऑनलाइन हस्तांतरण 12,17,631 मेधावी छात्र-छात्राओं को दिया गया. इस बीच सीएम योगी ने छात्र-छात्राओं से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बातचीत की. उन्होंने स्टूडेंट्स को पढ़ाई के प्रति ईमानदारी बररते हुए जमकर मेहनत करने के लिए प्रेरित किया.
पूर्वदशम/दशमोत्तर छात्रवृत्ति योजना 2021-22 के अंतर्गत 12,17,631 मेधावी विद्यार्थियों को ₹458.66 करोड़ की छात्रवृत्ति का ऑनलाइन हस्तांतरण… https://t.co/EGur7qLkTN
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) December 2, 2021
इस अवसर पर सीएम योगी के साथ ही स्कॉलरशिप वितरण के कार्यक्रम में प्रदेश के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मोहसिन रजा सहित अन्य भी उपस्थित रहे. इस दौरान सीएम योगी ने कहा, ’12 लाख 17 हजार 631 बच्चों को आज छात्रवृत्ति प्रदान की जा रही है. मैं प्रदेश के सभी युवा साथियों को जिन्हें आज स्कॉलरशिप उपलब्ध कराई जा रही है, उन्हें हृदय से बधाई व शुभकामनाएं देता हूं. अभी 2 अक्टूबर को प्रदेश सरकार की ओर से लगभग 57 लाख छात्रों को छात्रवृत्ति की किस्त भेजी गई थी लेकिन कोरोना महामारी के कारण बड़ी संख्या में स्कूल/कॉलेज प्रारम्भ नहीं हो पाए थे. देर से छात्रों के प्रवेश के कारण छात्रवृत्ति को अलग-अलग किस्तों में भेजा जा रहा है.’ उन्होंने कहा, ‘मैं समाज कल्याण विभाग से कहूंगा कि सभी 75 जनपदों में इसे चलाने की आवश्यकता है.’
उन्होंने आगे कहा, ‘मुझे प्रसन्नता है कि 12,17,631 छात्रों को 458.66 करोड़ रुपए की धनराशि आज छात्रवृत्ति/शुल्क प्रतिपूर्ति के रूप में उपलब्ध कराई जा रही है. छात्रवृत्ति से छात्रों को अपनी पढ़ाई को आगे बढ़ाने में बहुत मदद मिलती है. यह शासन के लिए प्रसन्नता का विषय है. विगत साढ़े चार वर्षों में हमारी सरकार ने पूर्ववर्ती सरकार में जितने छात्रों को स्कॉलरशिप मिलती थी, उससे 40 लाख से अधिक बच्चों को इस योजना के साथ जोड़ने का कार्य किया है.’ सीएम योगी ने कहा कि यह सर्वविदित है कि प्रदेश सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता अंतिम पायदान पर बैठे हुए व्यक्ति तक शासन की योजनाओं को पहुंचाने की है. इसके लिए सरकार अपनी ओर से प्रयास करती है, लेकिन इसमें जागरूकता महत्वपूर्ण होती है. यह कार्यक्रम उसी जागरूकता का एक हिस्सा है.
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