Agra News: आगरा विश्वविद्यालय के बीएएमएस विभाग के 14 छात्रों की कॉपियों में अलग-अलग हैंडराइटिंग की जानकारी एसटीएफ की जांच में मिली थी. इसके बाद अब उन 14 छात्रों की कॉपियों को फॉरेंसिक लैब में भेजा जाएगा जहां पर उनके हस्तलेख का मिलान किया जाएगा. इसके बाद इन 14 छात्रों की किस्मत का फैसला होगा. पुलिस ने शनिवार को इस मामले में पुनीत और दुर्गेश को गिरफ्तार किया था. जिसमें पुनीत द्वारा कई छात्रों की उत्तर पुस्तिकाएं लिखने की जानकारी पुलिस को मिली थी. इसके बाद इन 14 छात्रों की कॉपियों की फॉरेंसिक लैब में जांच की जाएगी.
डॉक्टर भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय के बीएएमएस विभाग की 27 अगस्त को उत्तर पुस्तिकाएं बदलने का मामला सामने आया था. जिसके बाद हरिपर्वत थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था और इस मामले में पुलिस ने ऑटो चालक देवेंद्र व डॉ अतुल को गिरफ्तार किया था. वहीं इस मामले में पुलिस ने काफी दिनों बाद शनिवार को कासगंज निवासी पुनीत और जौनपुर के निवासी दुर्गेश ठाकुर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. पुलिस ने जब पुनीत और दुर्गेश से पूछताछ की तो उन्हें कई अहम जानकारियां मिली.
शनिवार को पुलिस ने दुर्गेश और पुनीत को गिरफ्तार किया जिसके बाद उन्होंने दोनों से पूछताछ की. तो पुलिस पूछताछ में पुनीत ने बताया कि उसने कई छात्रों की कॉपियां लिखी हैं. ऐसे में जो 14 कॉपियां जांच में शक के दायरे में आई हैं उन सभी को जांच पड़ताल के लिए फॉरेंसिक लैब में भेजा जाएगा. जहां पर उनके हस्तलेख का मिलान किया जाएगा. बीएएमएस की कॉपी बदलने के मामले में मुख्य रूप से संलिप्त छात्र नेता राहुल पाराशर की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार प्रयास में जुटी हुई है लेकिन राहुल पाराशर अभी भी पुलिस की गिरफ्त से दूर है.
रिपोर्ट : राघवेंद्र गहलोत