सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने कोरोना वायरस से फैली महामारी के विकराल रूप धारण करने के लिए भाजपा सरकार को जिम्मेदार ठहराया है. पूर्व कैबिनेट मंत्री ने यह दावा किया कि देश में यह महामारी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दौरे के कारण ही फैली है.
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कोरोना फैलाने के लिए केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार जिम्मेदार :
समाचार एजेंसी भाषा के अनुसार, श्री राजभर ने सोमवार रात जिले के रसड़ा स्थित अपने आवास पर संवाददाताओं से बातचीत की और कोरोना महामारी के देश में इस स्तर पर फैलने के लिए केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि देश में जब कोरोना दस्तक दे रहा था तब मोदी सरकार और भाजपा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के स्वागत में लगी हुई थी. साथ ही उन्होंने मध्य प्रदेश में खरीद-फरोख्त के जरिये भाजपा सरकार बनाने में व्यस्त रहने का भी आरोप लगाया.
डोनाल्ड ट्रंप भारत में कोरोना महामारी लेकर आये :
उन्होंने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत में कोरोना महामारी लेकर आये. अहमदाबाद में आयोजित ‘नमस्ते ट्रंप’ कार्यक्रम में उनके साथ हजारों लोग आये थे जिनकी कोई जांच नहीं की गई थी. पिछड़ा वर्ग कल्याण के पूर्व मंत्री ने कहा कि 30 जनवरी को केरल में कोरोना का पहला मामला सामने आया था. तभी देश के सभी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों को सील कर देना चाहिए था.यदि यह कर दिया गया होता तो कोरोना आज अपने देश में इस तरह भयावह रूप नही लेता.
बिना जांच के घूम रहे हैं विदेश से आए लोग :
राजभर ने कहा कि , “देश में गत 15 जनवरी से 23 मार्च तक विदेश से 78 लाख लोग आये हैं लेकिन केवल 26 लाख की ही जांच हुई. उनके अलावा जो लोग आए वो बिना जांच के घूम रहे हैं. उनके कारण ही कोरोना वायरस फैल रहा है. उन्होंने घोटाले का आरोप लगाते हुए कहा कि देश एक तरफ़ कोरोना से जूझ रहा है वहीं भाजपा सरकारों में कोरोना की आड़ में घोटाले हो रहे हैं.”
सीएम योगी के पास कांवरियों को शर्बत पिलाने का समय है,प्रवासी श्रमिकों से मिलने का नहीं :
राजभर ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर भी निशाना साधा और तंज कसते हुए कहा कि उनके पास श्रावण मास के दौरान कांवरियों के लिए शर्बत का प्रबंध करने एवं उनसे मिलने के लिये समय है लेकिन प्रदेश लौटकर आ रहे कामगारों के लिए कोई समय नहीं है. उन्होंने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश में नौकरशाह सरकार चला रहे हैं तथा मुख्यमंत्री कठपुतली बने हुए हैं. मुख्यमंत्री नौकरशाहों के साथ बैठक कर निर्णय लेते हैं लेकिन इस बैठक में दोनों उप मुख्यमंत्रियों में से कोई उपस्थित नहीं रहता. राजभर ने दावा किया कि मुख्यमंत्री के अधिकारियों से किसी जन प्रतिनिधि को तबज्जो न देने के बयान के कारण सूबे में अधिकारियों की मनमानी और भ्रष्टाचार काफी बढ़ गया है.