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यूपी के डिप्टी सीएम का केजरीवाल पर निशाना, कहा- ऐसा तो ‘रावण राज’ में भी नहीं हुआ, देश से माफी मांगें

दिल्ली सरकार के द्वारा संचालित अस्पतालों में सिर्फ दिल्लीवासियों का इलाज होने की केजरीवाल सरकार के लिए फैसले पर उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने आपत्ती जताई है. दिल्ली के सीएम केजरीवाल के इस घोषणा की आलोचना करते हुए यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव मौर्य ने कहा कि केजरीवाल को पूरे देश से माफी मांगनी चाहिए.

दिल्ली सरकार के द्वारा संचालित अस्पतालों में सिर्फ दिल्लीवासियों का इलाज होने की केजरीवाल सरकार के लिए फैसले पर उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने आपत्ती जताई है. दिल्ली के सीएम केजरीवाल के इस घोषणा की आलोचना करते हुए यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव मौर्य ने कहा कि केजरीवाल को पूरे देश से माफी मांगनी चाहिए.

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चिकित्सा सुविधाओें में भेदभाव नहीं होना चाहिए :

समाचार एजेंसी भाषा के अनुसार, मौर्य ने सोमवार को कहा कि , जहां तक चिकित्सा सुविधाएं देने की बात है, उसमें कोई भेदभाव नहीं होना चाहिए. ऐसा तो ‘रावण राज’ में भी नहीं हुआ. उन्होंने कहा कि मैं समझ नहीं पा रहा हूं कि आखिर अरविंद केजरीवाल ने ऐसा बयान कैसे दिया? उन्हें तुरंत अपना बयान वापस लेना चाहिए क्योंकि चिकित्सा पाना देश के प्रत्येक नागरिक का मौलिक अधिकार है. यहां यह मायने नहीं रखता कि वह कहां रहता है और उसका इलाज कहां हो रहा है.

किसी राज्य सरकार ने कभी ऐसा व्यवहार नहीं किया :

उन्होंने आपदा के इस समय में इस तरह के बयान को गलत बताया और कहा कि, ” मुझे उम्मीद है कि वह अपना बयान वापस लेंगे और इसके लिए माफी मांगेंगे. दिल्ली देश का दिल है और चूंकि यह राष्ट्रीय राजधानी है इसलिये लोग यहां आते रहेंगे.” मौर्य ने दावा किया कि आज से पहले किसी राज्य सरकार ने कभी ऐसा व्यवहार नहीं किया होगा.

केजरीवाल ने की थी ये घोषणा :

गौरतलब है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को घोषणा की थी कि कोरोना संक्रमण महामारी के दौरान दिल्ली के सरकारी और निजी अस्पताल केवल दिल्ली के लोगों का इलाज करेंगे. केवल केंद्र सरकार द्वारा संचालित अस्पतालों में ही बाहरी लोगों का इलाज हो सकेगा. केजरीवाल ने ऑनलाइन संवाददाता सम्मेलन में इस बात को कहा था.मुख्यमंत्री की इस घोषणा से एक दिन पहले आप सरकार द्वारा गठित पांच सदस्यीय समिति ने सिफारिश की थी कि कोविड-19 संकट के मद्देनजर शहर के स्वास्थ्य इंफ्रास्ट्रक्चर का इस्तेमाल केवल दिल्लीवालों के उपचार के लिए होना चाहिए.केजरीवाल ने कहा था कि हमने दिल्ली के लोगों से भी राय ली है और 90 प्रतिशत से अधिक लोग चाहते हैं कि कोरोना वायरस महामारी के दौरान दिल्ली के अस्पताल केवल राष्ट्रीय राजधानी से ताल्लुक रखने वाले मरीजों का उपचार करें. इसलिए यह निर्णय किया गया है कि दिल्ली स्थित सरकारी और निजी अस्पताल केवल राष्ट्रीय राजधानी से ताल्लुक रखने वाले लोगों का ही इलाज करेंगे.

Posted by : Thakur Shaktilochan Shandilya

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