Gorakhpur News : गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में अगस्त 2017 में ऑक्सीजन की कमी से 63 बच्चों की मौत के मामले में आरोपी डॉक्टर कफील खान को बर्खास्त कर दिया गया है. डॉक्टर कफील के खिलाफ जांच चल रही थी. निलंबन के खिलाफ उन्होंने हाईकोर्ट में चुनौती भी दी थी. इस सब के बावजूद डॉक्टर खान को प्रदेश सरकार के द्वारा बर्खास्त कर दिया गया.
क्या था पूरा मामला : गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में 2017 के अगस्त माह में महज 63 बच्चों की ऑक्सीजन की कमी की वजह से मौत की खबरें आई थी. महज पांच दिनों में 63 मौत से गोरखपुर उन दिनों चर्चा में आ गया था. पांच दिनों में एक के बाद एक हुई मौतों ने प्रशासन के ऊपर सवालिया निशान खड़ा कर दिए थे. यह सब उस समय हुआ जब इस ऑक्सीजन कांड के महज चंद दिनों पहले मुख्यमंत्री ने बीआरडी मेडिकल कॉलेज का खुद दौरा करके निरीक्षण किया था.
इस मामले में डॉ कफील खान को आरोपी बनाया गया था. उनके खिलाफ जांच अभी चल रही है और मामला हाईकोर्ट में चल रहा. फिलहाल, कफील खान वर्तमान में डीजीएम महानिदेशक से संबंध चल रहे थे. चिकित्सा शिक्षा विभाग के प्रमुख के द्वारा उनके बर्खास्त करने को लेकर लेटर जारी किया गया है.
इस मामले पर कपिल ने भी ट्विटर पर पोस्ट कर अपनी सफाई दी है. कपिल के अनुसार 63 बच्चों ने दम तोड़ दिया. क्योंकि सरकार ने दो सप्लायर को भुगतान नहीं किया. 8 डॉक्टर कर्मचारी निलंबित है. और 7 लोग बहाल हो गए. कई जांच अभी चल रही हैं. और अदालत के द्वारा चिकित्सा लापरवाही और भ्रष्टाचार के आरोप में क्लीन चिट भी मिल गया है. इस सब के बाद उन्हें बर्खास्त कर दिया गया. कपिल खान ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि न्याय करना एक बड़ी जिम्मेदारी है. जिसका निर्वहन एक साधारण व्यक्ति नहीं कर सकता. सरकार से उम्मीद शुरू से ही नहीं थी. हमेशा से न्यायालय पर भरोसा रहा है. बर्खास्तगी का आधिकारिक पत्र मिलते ही इस आदेश को न्यायालय में चुनौती देंगे.
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