लखनऊ : फ्रांस के एक यात्री को यूपी का एक गांव इतना पसंद आया कि दूतावास और बड़े होटल का ऑफर छोड़ अपने परिवार के साथ गांव में ही रूक गया है. गांव वाले पूरे परिवार की देखभाल कर रहा है, तो वहीं अधिकारियों भी परिवार से लगातार संपर्क बनाये हुए हैं. दरअसल, मामला यूपी के महराजगंज जिले के कोल्हुआ पंचायत की है. यहां पर फ्रांस का एक परिवार लॉकडाउन की वजह से फंस गया, जिसके बाद प्रशासन ने उन्हें स्थानीय होटल में रहने का ऑफर दिया. मगर परिवार वालों ने प्रशासन के इस ऑफर को ठुकरा दिया.
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार फ्रांस के टॉलोस शहर के रहने वाले पलारेस पैट्रिस अपनी पत्नी वर्जीनी, दो बेटियों और एक बेटे के साथ पिछले दो महीनों से खुद के वैनिटी वैन भारत की यात्रा कर रहे थे. यात्रा के क्रम में 21 मार्च को उनका नेपाल जाने का कार्यक्रम था और वो नेपाल की सीमा में जब प्रवेश करने वाले थे, उसके अगले दिन देश में जनता कर्फ्यू लागू था. उस दिन ये लोग महराजगंज के लक्ष्मीपुर ब्लॉक के कोल्हुआ गांव में एक मंदिर में रुक गये.
अगले दिन फिर ये परिवार नेपाल के लिए निकले, लेकिन इन्हें बॉडर सील का हवाला देकर नेपाल जाने से रोक दिया गया. उसके अगले दिन फिर देश में लॉकडाउन लागू हो गया, जिसके कारण इस परिवार को यहीं पर ठहरना पड़ा.
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मामले की जानकारी मिलते ही प्रशासनिक अधिकारियों ने परिवार वालों से संपर्क साधा और किसी अच्छे जगह जाने के लिए कहा, लेकिन परिवार वालों ने कहीं और जाने से मना कर दिया, जिसके बाद अधिकारियों ने इनकी भोजन और जरूरी के सामान उपलब्ध करायें.
महराजगंज के जिलाधिकारी उज्ज्वल कुमार इस पूरे मसले पर कहते हैं, ‘फ्रांस के दूतावास को बता दिया गया है इनके बारे में और इनकी वीजा अवधि उन लोगों ने बढ़ा दी है. फ्रांसीसी परिवार का पूरा ख्याल रखा जा रहा है और सभी लोग पूरी तरह से स्वस्थ हैं. किसी भी परेशानी की स्थिति में उन्हें जिम्मेदार लोगों को फोन नंबर उपलब्ध करा दिए गए हैं.’
यूपी में मरीजों की संख्या 1700 के करीब– उत्तर प्रदेश में कोरोनावायरस संक्रमित मरीजों की संख्या 1700 के करीब पहुंच चुका है. राज्य में कोरोनावायरस को देखते हुए 30 जून तक सार्वजनिक कार्यक्रम और भीड़ जुटने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है.