Gorakhpur News Today: गोरखपुर के राजघाट से डोमिनगढ़ तक राप्ती रिवर फ्रंट डेवलपमेंट योजना के तहत तीन किलोमीटर लंबा घाट संवारा जाएगा. जिसके लिए शासन ने प्रस्ताव मांगा है. उत्तर प्रदेश के अयोध्या की तरह गोरखपुर में भी राप्ती नदी के दोनों तरफ 3 किलोमीटर लंबा घाट बनेगा.
राप्ती नदी के एक छोर यानी गुरु गोरक्षनाथ और रामघाट से शुरू होकर डोमिनगढ़ तक नदी के दोनों तरफ घाटों को पक्का बनाया जाएगा. जिसके तैयार हो जाने से श्रद्धालुओं को काफी सुविधा मिलेगी. श्रद्धालु घाट पर पूजा पाठ से लेकर स्नान ध्यान कर सकेंगे. नगर निगम इस योजना को लेकर कार्य तेजी से शुरू कर दिया है. जल्द ही नगर निगम डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाएगा.
यूपी सरकार ने सरयू रिवर फ्रंट डेवलपमेंट की तरह राप्ती रिवर फ्रंट डेवलपमेंट की योजना बनाने को कहा है. जिसके तहत राप्ती नदी के राजघाट से लेकर डोमिनगढ़ तक घाट बनाया जाएगा. नदियों से नागरिकों को जोड़ने से गंदगी भी काफी हद तक कम होगी. नगर आयुक्त अविनाश सिंह के निर्देश पर मुख्य अभियंता संजय चौहान ने राजघाट से डोमिनगढ़ तक नाव से नदी की स्थिति देखी. भ्रमण के दौरान नदी का पाट कई जगहों पर काफी चौड़ा तो कई जगहों पर काफी पतला है. जिसे देखते हुए विशेषज्ञ एजेंसी से सर्वे कराने का निर्णय नगर निगम के अधिकारियों ने लिया है.
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राप्ती नदी रिवर फ्रंट डेवलपमेंट योजना के तहत दोनों तरफ घाट बनेगा तो राजघाट से डोमिनगढ़ तक पहले से बना बांध भी मजबूत होगा. जिससे रामघाट और गुरु गोरखनाथ घाट से होते हुए डोमिनगढ़ घाट तक आवागमन का मार्ग भी बेहतर हो जाएगा. नगर आयुक्त अविनाश ने बताया कि अयोध्या की तर्ज पर राप्ती नदी के किनारे भी दोनों छोर पर पक्के घाट बनाए जाएंगे. मुख्य अभियंता ने निरीक्षण किया है सलाहकार एजेंसी का चयन कर प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा जाएगा.
राजघाट से डोमिनगढ़ घाट बनने के बाद नौका भी चलाने की योजना यहां पर है. जिससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा. और पर्यटक यहां भारी संख्या में आएंगे. पक्का घाट बनने के बाद नियंत्रण के प्रयासों को भी आसानी से लागू किया जा सकेगा. राप्ती नदी में अब तक आई बाढ़ के उच्चतम बिंदु को ध्यान में रखते हुए घाट का निर्माण कराया जाएगा. इन घाटों का सुंदरीकरण करा कर श्रद्धालुओं और पर्यटकों के बैठने के भी इंतजाम किए जाएंगे. घाटों पर लाइट की व्यवस्था भी की जाएगी.
रिपोर्ट – कुमार प्रदीप, गोरखपुर