Lucknow News: रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध का असर पूरी दुनिया सहित अब भारत पर भी पड़ने लगा है. भारतीय व्यवसायों पर इसका असर अभी से दिखने लगा है. दोनों देशों के बीच युद्ध के चलते आगरा के जूता व्यापारियों को काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है.
उत्तर प्रदेश: रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध के चलते आगरा के जूता व्यपारियों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 5, 2022
एक जूता व्यापारी ने बताया, “कच्चे तेल के दाम बढ़ने से चीज़ें महंगी हो गई हैं। रूस को स्विफ्ट (SWIFT) के लेनदेन से बाहर रखने से पैसे आने में भी परेशानी हो रही है।”(05.03) pic.twitter.com/P4vDBBh6aB
एक जूता व्यापारी ने बताया कि, ‘कच्चे तेल के दाम बढ़ने से चीज़ें महंगी हो गई हैं. रूस को स्विफ्ट (SWIFT) के लेनदेन से बाहर रखने से पैसे आने में भी परेशानी हो रही है. दरअसल, दोनों देशों के बीच जारी युद्ध के कारण वैश्विक बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में लगातार इजाफा दर्ज किया जा रहा है.
इधर, पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव के चलते पहले से ही भारतीय बाजार में चार महीनों से पेट्रोल और डीजल (ईंधन) के दाम स्थिर बने हुए हैं. ऐसे में न सिर्फ तेल कंपनियों को घाटा और रहा है, बल्कि भारतीय व्यवसायों पर भी इसका असर दिखने लगा है. ऐसा अनुमान है कि घाटे की भरपाई के लिए तेल कंपनिया जल्द ही पेट्रोल-डीजल के दामों में बढ़ोतरी कर सकती हैं.
वहीं दूसरी और यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को निकालने का सिलसिला लगातार जारी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को भी भारतीय नागरिकों को निकालने के देश के प्रयासों पर चर्चा के लिए एक और उच्चस्तरीय बैठक बुलाई. भारतीय छात्रों को वापस लाने के क्रम में यूक्रेन से 183 भारतीय नागरिकों को लेकर एक विशेष विमान हंगरी के बुडापेस्ट से राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली पहुंचा, जबकि यूक्रेन से 210 भारतीयों को लेकर भारतीय वायु सेना का विमान बुखारेस्ट (रोमानिया) से हिंडन एयरबेस (गाजियाबाद) पहुंचा.