International Yoga Day 2022: 8वें अंतराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर राजभवन में आयोजित कार्यक्रम में राज्यपाल आनंबी बेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शामिल होंगे. आयुष मंत्री दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’ ने सोमवार को प्रेस कांफ्रेंस में यह जानकारी दी. वह स्वयं भी राजभवन में आयोजित योग दिवस कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे.
आयुष मंत्री दयाशंकर मिश्र ने बताया कि इस वर्ष योग दिवस का थीम ‘मानवता के लिए योग’ है. इसका बहुत ही व्यापक अर्थ है. आज विश्व के बहुत से देश युद्ध की विभीषिका झेल रहे हैं. ऐसे में गांधी के देश में मानवता को शांति का संदेश देने के लिए ‘मानवता के लिए योग’ शीर्षक से योग दिवस मनाया जा रहा है. जिसका व्यापक प्रभाव पूरे विश्व पर पड़ेगा.
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आयुष मंत्री ने कहा कि प्रदेश में 3.5 करोड़ लोगों को योग से जोड़ने का लक्ष्य है. सभी महत्वपूर्ण स्थलों, पार्कों, धार्मिक परिसरों, स्कूलों, कालेज में योग दिवस मनाया जाएगा. भारत गांवों का देश है, इसलिए इस बार ग्रामों, ब्लाकों, तहसीलों में भी योग दिवस के कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. हमारा लक्ष्य गांव एवं दूर-दराज के लोगों को योग से जोड़ना है.
दयाशंकर मिश्रा ने कहा कि आयुष विभाग का बनाया काढ़ा पीकर एवं योगासन के माध्यम से करोड़ों लोगों ने कोरोना जैसी महामारी पर विजय प्राप्त की है. इस दृष्टिकोण से इस बार का योग दिवस और भी महत्वपूर्ण हो जाता है. उन्होंने कहा कि आयुष विभाग का यह प्रयास होगा कि लोग न केवल 21 जून को योग करें बल्कि आगे भी इसे अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनायें.
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर 21 जून को होने वाले योग कार्यक्रम में भाग लेने की अपील आम जनमानस से की है. प्रधानमंत्री ने वैश्विक मंच पर ‘योग: कर्मसु कौशलम्’ के संदेश के माध्यम से योग के महत्व को और उसकी महत्ता को रेखांकित कियाहै. 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर देश के 25 करोड़ लोगों को योग से जोड़ने का संकल्प लिया गया है. यूपी में भी राज्य सरकार में 3.5 करोड़ लोगों को योग से जोड़े जाने की योजना है.
उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह 21 जून वाराणसी में नमो घाट पर सुबह 06 बजे आयोजित अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के कार्यक्रम में शामिल होंगे.उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने 3.5 करोड़ लोगो को योग से जोड़ने का लक्ष्य निर्धारित किया है. योग हमारे देश के ऋषि-मुनियों द्वारा दी गयी अमूल्य धरोहर है. प्रधानमंत्री की दृढ़ इच्छा शक्ति और दूरदृष्टि से विश्व संस्था संयुक्त राष्ट्र संघ ने योग को अंतर्राष्ट्रीय दिवस घोषित किया था. कई शताब्दियों पहले भारत की धरती पर महर्षि पतंजलि ने योग सूत्र नामक अमर ग्रंथ की रचना की थी.