Kanpur: कानपुर में नगर निकाय चुनाव शहर के 11 हजार सरकारी कर्मचारी कराएंगे. वहीं EVM से मतदान के लिए 2,190 पोलिंग पार्टियां तैयार कर ली गई हैं. इनमें 1,752 पोलिंग पार्टियां चुनाव में लगेंगी और बची हुई 438 पोलिंग पार्टियां रिजर्व में रहेंगी. साथ ही बैलेट से मतदान के 513 कर्मचारियों को लगाया गया है. 103 पोलिंग पार्टियां को बैलेट से मतदान के लिए तैयार किया गया है, जिसमें से 82 चुनाव कराएंगी और 21 रिजर्व में रहेंगी.
नगर निगम में महापौर व पार्षद का चुनाव ईवीएम और नगर पंचायत व पालिका का चुनाव बैलेट पेपर से होगा. इसलिए ईवीएम से वोटिंग में एक बूथ में पांच कर्मचारी मौजूद रहेंगे. वहीं बैलेट से मतदान में एक पोलिंग पार्टी में चार कर्मचारियों को लगाया जाएगा. इसके लिए 2,190 पीठासीन अधिकारी, 2,190 प्रथम से लेकर चतुर्थ मतदान कर्मचारियों को लगाया है. चुनाव के लिए 1,824 बूथ बनाए गए हैं.
नगर निगम चुनाव के लिए प्रत्याशियों के नामों की घोषणा समाजवादी पार्टी अगले सप्ताह करेगी. विधायकों की तर्ज पर जीते पार्षदों को टिकट दिए जाने पर पूरी तरह से सहमति नहीं बन सकी है. वहीं महापौर के नामों पर भी चर्चा हुई, जिसमें एक होटल व्यवसायी और एक पार्टी छोड़ चुके नेता का नाम भी शामिल है.
पार्टी कार्यालय में निकाय चुनाव के पर्यवेक्षक विधायकों रविदास मेहरोत्रा, विशंभर सिंह यादव, चंद्रप्रकाश लोधी ने समीक्षा बैठक की. जिसमें निवर्तमान अध्यक्ष डॉ. इमरान ने कहा कि जो पार्षद पिछले चुनाव में पार्टी टिकट से जीते हैं, उनके टिकट न काटे जाएं. इनकी संख्या 12 है.
नगर निकाय चुनाव को लेकर 15 दिसंबर से चुनाव आचार संहिता लग सकती है. इसी को ध्यान में रखकर भाजपा तैयारी में जुटी है. चुनावी रणनीति बनाने के लिए महानगर के प्रमुख पदाधिकारियों की एक बैठक लखनऊ में हुई. इसमें सभी को आगे की रूपरेखा तैयार करने का निर्देश दिया गया.
रिपोर्ट: आयुष तिवारी