Bareilly News: उत्तर प्रदेश के बरेली के भोजीपुरा और बिथरी चैनपुर थाना क्षेत्र में गोकशी के मामले सामने आए हैं. इससे खफा हिंदू संगठनों ने विरोध कर हंगामा किया. इसके साथ ही अफसरों से शिकायत की. जिसके चलते एसएसपी अखिलेश कुमार चौरसिया ने भोजीपुरा इंस्पेक्टर, दो दरोगा और एक सिपाही को सस्पेंड कर दिया. यह कार्रवाई गोकशी छिपाने और मांस नीलगाय का साबित करने को लेकर की गई है.
एसएसपी बरेली अखिलेश कुमार चौरसिया ने भोजीपुरा इंस्पेक्टर राकेश कुमार, दारोगा जावेद अली, गोविंद सिंह और सिपाही दिनेश कुमार को गोकशी के मामले में निलंबित कर दिया है. पुलिस ने मांस नीलगाय का बताया था, जबकि हिंदू संगठनों के लोग मांस गोवंश पशु का बता रहे थे. मांस का सैंपल लैब भेजा गया है. रिपोर्ट मिलने पर स्थिति स्पष्ट हो पाएगा. हालांकि, शुरुआती जांच में लापरवाही मिलने पर निलंबित किया गया है.
कुछ किसानों ने खेतों में ब्लैड वाले तार लगा रखे हैं. इस आधार पर अज्ञात किसान को आरोपी बना कर रिपोर्ट दर्ज कर ली गई. योगी सेना के हिमांशु पटेल और अन्य ने डीजीपी समेत कई अधिकारियों को ट्वीट करके भोजीपुरा पुलिस की शिकायत की. कुछ लोगों ने सांड के मरने की बात कही. उसको नीलगाय बताकर दफना दिया गया है.
पुलिस ने कार्रवाई इतनी जल्दी की कि किसी को न तो मौके पर बुलाया गया और न ही वीडियोग्राफी कराई गई. तस्करों को बचाने की नीयत से पुलिस ने कहानी रची. आरोप यह भी है कि निर्दोष किसानों को फंसाने की कोशिश की जा रही है. जबकि मौके पर कहीं कटीले तार लगे ही नहीं हैं. एसएसपी ने बताया कि जिले कानून व्यवस्था और स्थानीय निकाय चुनाव के मद्देनजर कुल 18 थाना प्रभारियों को इधर से उधर किया गया है.
रिपोर्ट-मुहम्मद साजिद, बरेली