Mulayam Singh Yadav Cremation: यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव की अंतिम यात्रा के साक्षी बनने के लिए पूरे देश से लोग आए हुए थे. सैफई में मंगलवार को चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था के बीच लोगों का हुजूम उमड़ा पड़ा. बाजार बंद हैं और नेताजी को चाहने वालों का जगह-जगह जमावड़ा लग गया.
इटावा रेलवे स्टेशन पर सोमवार की शाम से ही लोगों का आना लगा हुआ था. पूरी रात समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता और नेता अपने धरतीपुत्र की संज्ञा वाले नेताजी को अंतिम विदाई देने के लिए आ रहे थे. इस बीच पुलिस भी पूरी चौकसी बरतती हुई नजर आई.
पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के अंतिम दर्शन करने की इच्छा लेकर सैफई में जुटे सपाई उनसे जुड़ी यादों की चर्चा कर रहे हैं. विकास कार्यों की लंबी फेहरिस्त गिना रहे हैं. अंतिम दर्शन के लिए बनाए गए पंडाल में ऐसा लग रहा है कि पूरा उत्तर प्रदेश उमड़ पड़ा है. हर जिले और मजरे से समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता नेताजी की अंतिम यात्रा में शरीक होने के लिए आए हुए हैं.
आजमगढ़ से आए यदुवेंद्र सिंह ने बताया कि नेताजी ने कभी भी किसी को निराश नहीं किया. वे बताते हैं कि उनके सामने एक नहीं कई उदाहरण हैं जो यह समझने और समझाने के लिए काफी है की नेताजी आमजनों की दिक्कत दूर करने के लिए हरसंभव प्रयास किया करते थे. कुछ ऐसी ही बात दिल्ली से आए अमर चौधरी कहते हैं. उन्होंने ‘प्रभात खबर’ को बताया कि वे जब पहली बार नेताजी से मिले तो उन्होंने यह अहसास ही नहीं होने दिया कि वह पहली मुलाकात थी. वे जब भी मिले एक अभिभावक की तरह पेश आते थे. आज यह यकीन करना मुश्किल हो रहा है कि नेताजी हमारे बीच नहीं रहे.
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