प्रयागराज के लेटे हनुमान मंदिर महंत एवं अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध मौत की जांच कर रही सीबीआई जांच को बेहद सावधानी से आगे बढ़ा रही है. महंत के कथित सुसाइड नोट पर भी उनकी मौत के लेकर कई सवाल खड़े हो गए थे, जिसके बाद सुसाइड नोट की फॉरेंसिक जांच कराई गई है. वहीं अब सुसाइड नोट की फॉरेंसिक जांच रिपोर्ट में महंत के हस्ताक्षर मैच हो गया है.
बैंक के हस्ताक्षर के जांच टीम ने किया मिलान- सूत्रों के मुताबिक कथित सुसाइड नोट की जांच कर रही फॉरेंसिक एक्सपर्ट टीम ने महंत से हस्ताक्षर का का मिलान महंत के बैंक खातों के हस्ताक्षर से किया है. जांच में सुसाइड नोट के हस्ताक्षर मैच हो गया है, जिसके बाद सीबीआई ने फॉरेंसिक एक्सपर्ट टीम से जांच रिपोर्ट अपने पास ले ली है. साथ ही सीबीआई अब सुसाइड नोट पर मिले फिंगर प्रिंट का भी मिलान मंहत के फिंगर प्रिंट से करेगी. हालांकि, सीबीआई और फॉरेंसिक जांच टीम अभी इसको लेकर कुछ भी बोलने से इंकार कर रहे हैं.
बताते चलें कि महंत नरेंद्र गिरि (Mahant Narendra Giri) की कथित मौत और सुसाइड नोट अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महासचिव हरी गिरि महाराज ने सवाल उठाया था. हरि गिरि महाराज ने सुसाइड नोट पर भी सवाल उठाते हुए कहा था की वह आत्महत्या नहीं कर सकते. बेशक महंत नरेंद्र गिरि और महंत हरी गिरि के बीच अपने अपने विषय को लेकर मतभेद नज़र आते रहे है लेकिन सनातन के हित और कुंभ मेले की तैयारियों को लेकर दोनों लोग एक साथ नज़र आते थे.
सुल्तानपुर सड़क हादसे के दौरान दोनों महंत थे साथ– बता दें कि आगामी कुंभ को लेकर भी दोनों महंतो ने लखनऊ ने मुख्यमंत्री योगी से दो माह पहले ही साथ मुलाकात की थी. सुल्तानपुर सड़क हादसे के दौरान महंत नरेंद्र गिरि और हरि गिरि महाराज एक ही कार में सवार थे. ऐसे में हरी गिरि महाराज द्वारा महंत नरेंद्र की संदिग्ध मौत को लेकर सवाल उठाना बेहद अहम हो गया था. हरि गिरि महाराज ने तो महंत नरेंद्र गिरि के सुसाइड नोट पर भी सवाल उठाया था. वही अब फॉरेंसिक जांच में महंत नरेंद्र गिरि के हस्ताक्षर मैच करने के बाद कथित आत्महत्या की गुत्थी सुलझी है या कोई नया एंगल सामने आने वाला है.
इनपुट: एस के इलाहाबादी