Mathura Tourist Places: उत्तर प्रदेश में घूमने के लिए बहुत से ऐसी जगहें हैं. जहां विदेश से लोग घूमने आते हैं. उन्हीं जगहों में से एक है मथुरा. यहां हर साल लाखों लोग भगवान कृष्ण के दर्शन करने के लिए आते हैं. युमना नदी के किनारे बसे इस शहर का वर्णन प्राचीन हिंदू महाकाव्य रामायण में भी मिलता है. आज हम आपको बताएंगे मथुरा में कौन-कौन सी जगह है जहां घूमा जा सकता है.
मथुरा में कृष्ण जन्म भूमि मंदिर का अपना अलग महत्व है. यह मंदिर जेल की कोठरी में बना. इसी जिले में भगवान कृष्ण के माता-पिता, माता देवकी और वासुदेव को उनके दुष्ट मामा कंस ने कैद किया था. यहीं पर भगवान कृष्ण का जन्म हुआ था. हर साल लाखों श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं.
मथुरा में द्वाराकाधीश मंदिर का निर्माण लगभग 150 साल पहले भगवान कृष्ण के एक भक्त ने करवाया था. इस मंदिर में श्री कृष्ण की मूर्ति को “द्वारका के राजा” के रूप में सजा कर रखा गया है. विदेश से लोग यहां आते हैं.
अगर आप मथुरा आए हैं तो राधा कुंड जरूर जाए. मथुरा का यह बहुत ही प्रसिद्ध तीर्थ स्थल माना जाता है. यह स्थल राधा और कृष्ण के प्रेम के बारे में बताता है. हर साल लाखों लोग यहां आते हैं.
मथुरा का कंस किला यमुना नदी के पास स्थित है. यह बहुत ही प्राचीन काल है. इस किला में भगवान श्रीकृष्ण के मामा कंस रहा करते थे. यह हिंदू-मुस्लिम वास्तुकला के मिश्रण के रूप में बनाया गया है. अभी यह किला जर्जर अवस्था में है. लेकिन पर्यटक इसे देखने के लिए हजारों की संख्या में आते हैं.
अगर आप मथुरा आए हैं तो गोवर्धन पहाड़ी जरूर जाए. यह हिल शहर से 22 किमी दूर वृंदावन के पास स्थित है. हर साल भक्त गुरु पूर्णिमा के मौके पर 23 किलोमीटर नंगे पैर पैदल चलकर इसका चक्कर लगाते हैं.
मथुरा संग्रहालय का निर्माण वर्ष 1874 में किया गया था. इस संग्रहालय में अनूठी वास्तुकला और महत्वपूर्ण कलाकृतियों देखने को मिलता है. इस संग्रहालय में कुषाण और गुप्त साम्राज्य के प्राचीन पुरातत्व निष्कर्ष हैं.
कुसुम सरोवर गोवर्धन और राधा कुंड के बीच स्थित है. यह सरोवार अपनी सुंदरता के लिए फेमस है. इस सरोवर का निर्माण राजसी बलुआ पत्थर से किया गया है. मथुरा में आने वाले पर्यटक इस कुसुम सरोवर में डुबकी लगाते हैं.
रंगजी मंदिर वृंदावन में मथुरा मार्ग पर है. यह मंदिर भगवान विष्णु के रूप श्री गोदा रणगामणार को समर्पित है. इस मंदिर की वास्तुशिल्प दक्षिण भारतीय पैटर्न का है. हर साल यहां देश-विदेश से लोग घूमने आते हैं.