Gorakhpur News: पंजाबी सिंगर और कांग्रेसी नेता सिद्दू मूसेवाला का कनेक्शन गोरखपुर से जुड़े होने का मामला सामने आया है. इसके बाद से गोरखपुर पुलिस अलर्ट हो गई है. लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ गैंग को मुंगेर का असलहा शशांक ने पहुंचाया था. शार्प शूटर शशांक पांडे गोरखपुर के कैंट इलाके के सिंघड़िया के आदर्श नगर का रहने वाला है. शशांक पांडे की क्राइम कुंडली के बारे में जानकारी पंजाब पुलिस गोरखपुर पुलिस से मांग रही है. गोरखपुर पुलिस शशांक की कुंडली खंगालने में जुटी हुई है. शशांक पांडे के गोरखपुर के घर पर 2 साल से ताला बंद है. कुछ साल पहले शशांक के पिता की मौत हो गई थी. इसके बाद उसकी मां गांव चली गई थी.
पुलिस सूत्रों के अनुसार, लारेंस विश्नोई और गोल्डी बराड़ को शशांक असलहा पहुंचाने का काम करता था. पुलिस द्वारा यह भी जानकारी मिली है कि शशांक गोरखपुर अक्सर आता रहता था. पंजाब के नामी गायक और कांग्रेस नेता सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद 21 जून को शशांक गोरखपुर आया था और अपने दोस्तों के साथ पार्टी भी की थी. गोरखपुर के एसपी सिटी के सलमान विश्नोई ने बताया कि शशांक पांडे मूलत: बिहार के पश्चिम चंपारण के मैनाटारह में चुठहां गांव का रहने वाला है. उसके पिता नित्यानंद पांडे 10 साल पहले नौकरी की तलाश में गोरखपुर आए थे. यहां आने के बाद उन्होंने कैंट थानाक्षेत्र के सिंघड़िया में बंद हो चुकी नमकीन फैक्ट्री को खरीद लिया था. बीते 5 साल पहले उनकी मौत हो गई है. इसके बाद से उनकी पत्नी गांव में रहती हैं. शशांक का गोरखपुर में कोई क्राइम रिकॉर्ड नहीं मिला है.
पुलिस सूत्रों से यह भी जानकारी हुई है कि शशांक ने जहां पर पार्टी की थी उन दोस्तों ने पुलिस को बताया कि शशांक यहां आने के बाद काफी रुपये खर्चा करता था. मगर किसी को यह खबर नहीं थी कि वह लॉरेंस बिश्नोई गैंग के लिए काम करता है. पुलिस उसके दोस्तों से पूछताछ कर रही है. अंबाला में पुलिस कि सीआईए ब्रांच ने 24 जुलाई को शाम को उसके तीन साथियों को गिरफ्तार किया था. शशांक के तीनों साथी अंबाला छावनी के रहने वाले हैं. उनके पास से पुलिस को असलहा और कारतूस भी मिले हैं. शशांक बिहार के मुंगेर से तस्करी कर हथियारों की सप्लाई करता था.
रिपोर्ट : कुमार प्रदीप