Lucknow News: उत्तर प्रदेश में 18वीं विधानसभा के गठन की तैयारी पूरी हो चुकी है. योगी 37 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ते हुए एक बार फिर प्रदेश के सीएम बनने जा रहे हैं. बीजेपी इस मौके को ऐतिहासिक बनाने की पूरी तैयारी कर चुकी है.योगी आदित्यनाथ आज यानी शुक्रवार को दोपहर करीब 3 बजे भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी अंतरराष्ट्रीय इकाना क्रिकेट स्टेडियम में संविधान की शपथ लेंगे. इस कार्यक्रम में करीब 1 लाख लोगों के आने की उम्मीद है.
नए मंत्रिमंडल में जातीय और क्षेत्रीय समीकरण बैठाने की तैयारी है. पीएम मोदी से लेकर गृहमंत्री अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जय प्रकाश नड्डा भी इस भव्य कार्यक्रम में शामिल हो रहे हैं. इनके अलावा केंद्रीय कैबिनेट से लेकर बीजेपी शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्री भी योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल के शपथ ग्रहण समारोह में मौजूद रहेंगे.
प्रदेश की योगी सरकार 2.0 के कैबिनेट में शामिल होने वाले मंत्रियों को लेकर दिल्ली से लखनऊ तक खूब विचार-विमर्श हुआ. इसके बाद ही शपथ ग्रहण कार्यक्रम की तिथि निर्धारित की गई है. योगी सरकार के कैबिनेट में शामिल होने वाले मंत्रियों के नाम पर मुहर लगाने वाले दिग्गजों में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महासचिव बीएल संतोष, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, कार्यवाहक सीएम योगी आदित्यनाथ, यूपी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और संगठन मंत्री सुनील बंसल का नाम शामिल है.
इस भव्य एवं दिव्य शपथ ग्रहण समारोह को भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेई इकाना स्टेडियम में आयोजित कराने की तैयारी की जा रही है. इकाना स्टेडियम में शपथ ग्रहण कराने की प्लानिंग की जा रही है. यूपी के सभी सांसद और विधायक समेत विभिन्न प्रदेशों के स्टार प्रचारकों को भी इस कार्यक्रम में शामिल करने की तैयारी है. इसके लिए सुरक्षा के भी कड़े इंतजाम किए जाएंगे. इसके अलावा विपक्षी पार्टियों के भी बड़े नेताओं को शपथ ग्रहण में बुलाया जाएगा.
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बता दें कि, यूपी विधानसभा चुनाव 2022 की कुल 403 सीटों में से बीजेपी ने 255 सीटों पर जीत दर्ज की है, जबकि भाजपा के सहयोगी- अपना दल (सोनेलाल) को 12 सीट पर जीत मिली है तो वहीं निषाद पार्टी को 6 सीटों पर जीत मिली है. वहीं दूसरी सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव की पार्टी को 111 सीटें मिली हैं. सपा के सहयोगी राष्ट्रीय लोक दल को 8 और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी को 6 सीटों पर जीत मिली है. इसके अलावा कांग्रेस को दो सीट, जनसत्ता दल लोकतांत्रिक को दो सीट और बहुजन समाज पार्टी को एक सीट पर ही संतोष करना पड़ा है.