Gorakhpur News: गोरखपुर में अब सभी सरकारी अस्पतालों में पर्ची लगवाने के लिए मरीजों को लंबी लाइन नहीं लगानी पड़ेगी. सभी सरकारी अस्पताल अब हाईटेक होने के साथ-साथ डिजिटली हो गए हैं. मरीजों को ओपीडी में डॉक्टर को दिखाने के लिए लाइन नहीं लगानी पड़ेगी और ना ही किसी टेस्ट कराने के लिए लाइन की जरूरत पड़ेगी.
अब मरीज घर बैठे ही सिर्फ क्यूआर कोड स्कैन करके ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करा सकेंगे. यह सुविधा जिला अस्पताल, बीआरडी मेडिकल कॉलेज, गोरखपुर एम्स में शुरू हो चुकी है. आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट के अंतर्गत सरकार ने ड्राइफकेस ऐप लांच किया है. इसी की सहायता से मरीज या उसके तीमारदार 4 से 6 सेकंड में पर्चा बनवा सकेंगे.
आभा पटल पर पर्चा बनवाने के लिए रोगियों को अपने मोबाइल में ऐप डाउनलोड करना होगा. इसे आधार कार्ड को मोबाइल नंबर से रजिस्टर्ड करना होगा. अस्पताल के मुख्य द्वार पर आभा का क्यूआर कोड चस्पा रहेगा उसे ऐप में स्कैन करते ही एक अकाउंट नंबर मिल जाएगा. पर्चा पटल पर केवल उसी नंबर को बताना होगा. पटल लिपिक अपने कंप्यूटर में उस नंबर को डालेगा जिसके बाद रोगी के आधार कार्ड का पूरा ब्योरा स्क्रीन पर आ जाएगा.
जिसके बाद लिपिक रोगी से उसकी बीमारी पूछेगा और डॉक्टर के कक्ष का नंबर भरकर उसे तत्काल पर्चा प्रिंट कर रोगी को दे देगा. और मरीज डॉक्टर के पास आसानी से पहुंच पाएंगे. इससे मरीजों का समय बचेगा इसके बाद डॉक्टर अगर मरीज को कोई जांच लिखते हैं तो टेस्ट भी ऑटोमेटिक ऑनलाइन रजिस्टर हो जाएगा.
इतना ही नहीं इसके बाद टेस्ट रिपोर्ट लेने के लिए भी मरीज को सेंटर पर जाने की जरूरत नहीं है. मरीज की जांच रिपोर्ट आते ही उसे भी ऐप पर फिट कर दिया जाएगा. जो कि सीधा डॉक्टर के मोबाइल पर पहुंच जाएगा. जरूरत पड़ने पर डॉक्टर मरीज को बुलाएगा या यह भी संभव है कि वे मरीज की रिपोर्ट देखकर उसको ऑनलाइन ही सलाह भी दे देगा. अब जिला अस्पताल , मेडिकल कॉलेज और एम्स में ओपीडी में दिखाने के लिए पर्ची लगवाने के लिए, डॉक्टरों को दिखाने के लिए और जांच कराने के लिए लंबी-लंबी लाइनों से बचा जा सकेगा.
रिपोर्टर – कुमार प्रदीप, गोरखपुर