UP Vidhansabha Proceeding Live: सीएम योगी आदित्यनाथ ने बजट सत्र के समापन कहा कि इस सत्र में बड़े ही गौरव और रूचि के साथ इस कार्यवाही में भाग लिया. इसके लिए सबको हृदय से अभिनंदन देता हूं. उन्होंने कहा कि इन आठ दिनों में पहली बार चुनकर आने वाले सदस्यों को विशेष बधाई जो उन्होंने देर रात तक कार्यवाही में भाग लिया. उन्होंने नए सदस्यों को बधाई देने के बाद सबको वरिष्ठ सदस्यों से सीखने के लिए प्रेरित किया. इस बीच सीएम योगी आदित्यनाथ की सरकार ने सभी विधायकों की निधि 5 करोड़ कर दी है. अंत में संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना के प्रस्ताव पर विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने सभी सदस्यों की सहमति पर 18वीं विधानसभा के पहले सत्र की कार्यवाही अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित कर दी.
इस संबंध में नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि बसपा की ओर से विधायक निधि में बढ़ोत्तरी का स्वागत है. बसपा विधायक की ओर से की गई इस मांग को नेता सदन ने तुरंत ही स्वीकृत कर दिया. यह बताता है कि बसपा से इन्हें कितना प्रेम है. वहीं, सत्र के समापन पर सभी दलों के नेताओं ने बजट सत्र के सफल आयोजन की मांग की. इसके बाद बसपा विधायक उमाशंकर ने इस बात का जवाब दिया. उन्होंने नेता प्रतिपक्ष को इस बात की बधाई दी कि उन्होंने शांतिपूर्वक तरीके से सदन की कार्यवाही को चलाने में अहम योगदान दिया है. अंत में संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना ने कहा, ‘विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने बहुत ही बेहतरीन तरीके से सदन को संचालित किया.’ उन्होंने कहा कि नेता सदन ने चुनाव के सम्पन्न होने के दो महीने बाद ही बजट पेश किया, इसके लिए वे बधाई के पात्र हैं जबकि सरकार के पास 31 जुलाई तक का समय था. उन्होंने एक बार भी सदन के स्थगित न होने देने के लिए बहुत शुभकामनाएं दीं.
18वीं विधानसभा के पहले सत्र के समापन पर विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा कि पिछले 32 साल से विधानसभा की कार्यवाही देख रहा हूं. मगर इतने अच्छे तरीके से कभी विदाई नहीं हुई. उन्होंने कहा कि अंतिम दिन 600 से अधिक याचिकाएं आई हैं. इससे पता चलता है कि सभी विकास कार्य के लिए कितने प्रयासरत हैं. उन्होंने कहा कि ई-विधान को लागू करते समय कि सोशल मीडिया पर देखने को मिला कि लोग तंज कर रहे हैं कि क्या यूपी के विधायक ऑनलाइन काम करेंगे…तो उन्हें आज इस बात का जवाब दिया जा सकता है कि यूपी विधानसभा के सभी सदस्य इस योग्य हैं. उन्होंने ई-विधान को स्वीकार करने में बहुत दिलचस्पी दिखाई. उन्होंने 6 जून को विधानसभा में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के आगमन के दिन सबको उपस्थित रहने का आग्रह किया.