UP Transportation News: यूपी में पर्यटन को बढ़ावा देने और सफर करने में लोगों को होने वाली दिक्कतों को कम करने के लिए पुरजोर कोशिश की जा रही है. इसके लिए मेट्रो में विस्तार करने के साथ ही इलेक्ट्रॉनिक बसों की संख्या को बढ़ाने पर मंथन का दौर चल रहा है. अनेक शहरों में इलेक्ट्रॉनिक बसों के संचालन के साथ-साथ मेट्रो रेल चलाने की योजना पर अधिकारी चिंतन-मंथन कर रहे हैं. उम्मीद की जा रही है कि आगामी लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर सरकार कुछ बड़ी घोषणा कर सकती है.
यूपी में जाम और प्रदूषण मुक्त यात्रा को बढ़ावा देने के लिए यह पूरी कवायद की जा रही है. गाजियाबाद, नोएडा, लखनऊ और कानपुर में मेट्रो रेल का संचालन करने के बाद अब कई अन्य शहरों में भी योगी सरकार मेट्रो रेल चलाने की तैयारी कर रही है. पिछले दिनों नगर विकास सेक्टर से जुड़े चार विभागों के मंत्रिमंडल के समक्ष बैठक में सीएम योगी आदित्यनाथ ने मेट्रो और इलेक्ट्रॉनिक बसों के संचालन के बारे में दिशा-निर्देश दिये थे. सरकार ने अपनी मंशा जाहिर करते हुये अधिकारियों से कहा था कि वाराणसी, मेरठ, गोरखपुर, झांसी और प्रयागराज में मेट्रो रेल की सेवा शुरू करने का लक्ष्य है.
सूत्रों के मुताबिक, यूपी के जिन 14 शहरों में इलेक्ट्रॉनिक बसों का संचालन किया जा रहा है, वहां उनकी संख्या को दोगुना करने की तैयारी की जा रही है. साथ ही, लोगों की जरूरत और सुविधा को देखते हुये इन शहरों में इलेक्ट्रॉनिक बसों के लिए नये रूट्स की घोषणा की जा सकती है. सरकार का लक्ष्य सभी नगर निगमों इलेक्ट्रॉनिक बसों की सेवा को शुरू करना है.
इसके अतिरिक्त अलीगढ़, आजमगढ़, श्रावस्ती, चित्रकूट और सोनभद्र को भी हवाई सेवा से जोड़ने की कोशिशें शुरू कर दी गई हैं. रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम के तहत चयनित जिलों में हवाई सेवा को शुरू करने के लिए 1 जुलाई को भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के बीच एमओयू साइन किया गया था. इन क्षेत्रों में हवाई यात्रा की सुविधा शुरू होने से स्थानीय लोगों और व्यापार आदि को बढ़ावा मिलेगा. यानी आने वाले दिनों में यूपी सफर की समस्या का संपूर्ण समाधान तलाशा जा रहा है.