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गांव-गांव तक नल से जल पहुंचे, इसके लिए 165 एजेंसियों का सहयोग लिया गया
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जल संचय की भी योजना है
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योजना के माध्यम से तमाम टेक्निकल लोगो को ट्रेनिंग देना है
उप्र के जल शक्ति मंत्री डॉ. महेंद्र सिंह ने कहा जल जीवन मिशन के अंतर्गत गांव-गांव तक नल से जल पहुंचे, इसके लिए 165 एजेंसियों का सहयोग लिया गया है. डॉ. महेंद्र सिंह आज लखनऊ में प्रदेश के नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग द्वारा जल जीवन मिशन ‘हर घर जल’ योजना के अंतर्गत तकनीकी कर्मियों का प्रशिक्षण एवं क्षमता संवर्धन हेतु मास्टर ट्रेनर्स के प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे.
डॉ. महेंद्र सिंह ने कहा शुद्ध पेयजल ही स्वस्थ जीवन का आधार है और इस योजना में जनसहभागिता आवश्यक है. योजना के माध्यम से जल संचय की भी योजना है. यूपी से 28 लाख लोगों को प्रशिक्षित करना है जिससे प्रत्येक गांव तक पाइप लाइन बिछाया जा सके. इसके माध्यम से बड़ी संख्या में लोगो को रोजगार भी मिलेगा.
उन्होने कहा इस योजना के माध्यम से तमाम टेक्निकल लोगो को ट्रेनिंग देने की योजना है जिनके सहयोग से इस कार्य को अंतिम रूप दिया जा सकेगा. इस प्रशिक्षण के माध्यम से कार्य को गति मिलेगी.
डॉ. महेंद्र सिंह ने ऋग्वेद का उल्लेख करते हुए कहा कि इस प्राचीनतम वेद की 28 सूक्तियां सिर्फ जल की महत्ता के बारे में ही है. उन्होंने उपस्थित प्रशिक्षणार्थियों का आह्वान करते हुए कहा कि आप एक बहुत ही पुनीत कार्य से जुड़ने जा रहे हैं और मुझे लगता है कि आप सभी भारत माता की सेवा के लिए सबकुछ करने को तैयार हैं. कार्यक्रम में नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग के प्रमुख सचिव अनुराग श्रीवास्तव भी मौजूद रहे.
गौरतलब है कि पीने का पानी घरों में नल से उपलब्ध कराए जाने के जल जीवन मिशन की घोषणा 15 अगस्त 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की थी. इस योजना के तहत देश के सभी गांवों के हर घर में 2024 तक नल से पीने का पानी उपलब्ध कराए जाने का लक्ष्य है.
प्रधानमंत्री के इस महत्वकांक्षी प्रोजेक्ट के लिए उप्र की योगी आदित्यनाथ सरकार ने गंभीरतापूर्वक कार्य किया है. योगी सरकार ने जल जीवन मिशन के अंतर्गत प्रदेश के 59708 विद्यालयों में नल से शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया है. प्रदेश में आर्सेनिक से प्रभावित 1441 बस्तियों में से अब तक 1358 बस्तियों में पाइप पेयजल योजना के माध्यम से हर घर तक नल से जल उपलब्ध कराया जा चुका है.