Republic Day: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने 72वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर अपने आवास पर ध्वजारोहण करने के बाद अपने संबोधन में किसान, कोरोना वैक्सिन, मत और मजहब की बात की. कहा कि हमारा सार्वजनिक जीवन हमें एक ही धर्म यानी ‘राष्ट्र धर्म’ की प्रेरणा देता है और इसे सर्वोपरि रखा जाना चाहिए. सीएम योगी ने कहा कि हमारा संविधान मौलिक अधिकारों के साथ-साथ उन कर्तव्यों के प्रति भी आगाह करता है जो एक राष्ट्र के नागरिक के रूप में हम सबके हैं.
योगी ने कहा कि देश में भले ही जातियां अनेक हों, अनेक मत और मजहब के आधार पर लोगों की धार्मिक और उपासना विधियां, खान-पान, रहन-सहन और वेशभूषा अलग-अलग हों लेकिन अनेकता के बावजूद उत्तर से लेकर दक्षिण तक, पूरब से लेकर पश्चिम तक अगर पूरा भारत एकता के सूत्र में बंधा है तो इसमें संविधान की बहुत महत्वपूर्ण भूमिका है.
मुख्यमंत्री ने सभी स्वतंत्रता सेनानियों, संविधान निर्माताओं और शहीद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की. सीएम योगी ने कहा कि 26 जनवरी की तिथि केवल संविधान लागू करने की तिथि नहीं है, बल्कि देश में जब ब्रिटिश हुकूमत थी तब इस तिथि को पूर्ण स्वाधीनता दिवस के रूप में मनाने की व्यवस्था थी और लगभग डेढ़ दशक तक ऐसी स्थिति थी.
मुख्यमंत्री योगी ने कोरोना वायरस वैश्विक महामारी का जिक्र करते हुए कहा कि हम सब के लिए 72वां गणतंत्र दिवस इस बीमारी से बचाव का उपहार लेकर भी आया है. दुनिया के अंदर भारत एकमात्र ऐसा देश है जिसने दो स्वदेशी टीके विकसित किये हैं. सीएम योगी ने प्रदेश में 15 जनवरी से स्वास्थ्य कर्मियों को कोरोना वायरस का टीका लगाए जाने का जिक्र किया.
कहा कि भारत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में समय से लिए गए निर्णय और फिर निरंतर संवाद के माध्यम से दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में सभी अधिकारों के साथ इस देश के नागरिक जी रहे हैं. सीएम योगी ने विपक्ष का नाम लिए बगैर इशारों में हमला किया. उन्होंने यूपी के युवा छात्रों के लिए अभ्युदय नाम से फ्री कोचिंग का ऐलान भी किया, जो बसंत पंचमी से उत्तर प्रदेश में शुरू होने जा रही है.
किसानों के प्रदर्शन को लेकर योगी ने इशारों में कहा कि पीएम ने किसानों के लिए बहुत कुछ किया है. किसानों के लिए तमाम योजनाएं चलाई गईं. लागत का डेढ़ गुना लाभ दिया गया. पीएम सम्मान निधी से हर किसान को छह हजार रुपये सालाना दिया जा रहा है. पांच फरवरी को चौरी चौरा कांड के सौ वर्ष पूरे हो जाएंगे. इस ऐतिहासिक घटना को और यादगार बनाने के लिए पूरे वर्ष विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा.
Posted By: Utpal kant