यूपी की सीमाओं पर प्रवासियों का आना लगातार जारी है. इसी क्रम में यूपी के सहारनपुर में अंबाला-सहारनपुर हाइवे से आज बिहार के करीब 2500 प्रवासी मजदूरों को स्थानीय जिला प्रशासन ने बसों के द्वारा उनके गंतव्यों के लिए रवाना किया. ये प्रवासी श्रमिक अब बसों में सवार होकर अपने-अपने घरों के लिए रवाना हो गए हैं.
दरअसल, आज अंबाला-सहारनपुर हाइवे पर बिहार के करीब 2500 प्रवासी श्रमिक जमा हो गए थे और प्रशासन से उन्हें बिहार वापस भेजे जाने की मांग कर रहे थे. ये सभी मजदूर बिहार के निवासी हैं.आज सुबह हाइवे पर अधिक तादाद में जुटने के बाद अचानक स्थानीय प्रशासन हलचल में आ गया था. प्रशासन ने अब इन प्रवासियों को अपने गंतव्यों तक पहुंचाने के लिए 200 बसों का इंतजाम कर इन्हें अपने घरों के लिए रवाना कर दिया है. इसके साथ ही सभी प्रवासियों के भोजन-पानी की भी व्यवस्था की गई है ताकि इन्हें घर पहुंचने तक कोई परेशानी नहीं हो.
Saharanpur: Around 2500 migrant workers present at Sahranpur-Ambala demand a special train to return to Bihar. Saharanpur Dist Admin officer says, "We're sending them by buses till Bihar border. We are also coordinating with different district authorities there for their return". pic.twitter.com/uHs5lFTj9R
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) May 17, 2020
जिला प्रशासन ने बताया कि इन्हें अपनें गंतव्यों तक पहुंचाने के लिए रवाना कर दिया गया है और आगे दूसरे जिला प्रशासनों से भी बात हो रही है ताकि इन्हें अपने गंतव्यों तक जाने में कोई परेशानी नहीं हो.
उन्नाव से ट्रकों के द्वारा भेजे गए प्रवासी, पुलिस कर रही स्वाउट :
वहीं प्रवासी मजदूरों को अपने घर भेजने के ही दूसरे मामले में कानपुर से आने वाले प्रवासी श्रमिकों को उन्नाव जिला प्रशासन ने बार्डर पर रोक लिया. इसके बाद जिला प्रशासन के द्वारा इनकी आगे की यात्रा के लिए गाड़ियों का इंतजाम किया गया. बसों की उपलब्धिता पर्याप्त संख्यां में नहीं होने के कारण जिला प्रशासन के द्वारा इन्हें 15 ट्रकों में भरकर भेजा गया. विशेष सुरक्षा के लिए सुरक्षाबलों के द्वारा ट्रकों को स्काउट किया जा रहा है. जानकारी के अनुसार, इन ट्रकों के द्वारा इन प्रवासियों को लखनऊ के बार्डर तक छोड़ा जाएगा.वहां से लखनऊ जिला प्रशासन इनके आगे की यात्रा का प्रबंध करेगी.
बता दें कि यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के द्वारा सभी जिला के जिलाधिकारियों को यह आदेश दिया गया है कि किसी भी जिले में असुरक्षित वाहनों या पैदल प्रवासी नहीं चलेंगे.और हर जिला के प्रशासन को प्रवासियों को उनके गंतव्य तक भेजे जाने की व्यवस्था करनी है. इसमें कोई लापरवाही नहीं होनी चाहिए ऐसा सीएम का निर्देश है.