Varanasi News: बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी के अंतर्गृही क्षेत्र में मांस और मदिरा पर प्रतिबंध की मांग जोर पकड़ने लगी है. इस क्रम में शनिवार को सामाजिक संस्था आगमन और ब्रह्म सेना की पहल पर कश्मीरीगंज (खोजवां) स्थित राम-जानकी मंदिर में पूजन-अर्चन के बाद सैकड़ों बटुकों ने पं राम भरत शास्त्री के नेतृत्व में सामूहिक हनुमान चालीसा का 13 बार पाठ किया. इसके बाद बटुकों ने जनजागरण यात्रा निकाली.
इसके जरिए लोगों को भी इस अभियान से जोड़ने और सरकार तक अपनी आवाज पहुंचाने का प्रयास किया. पदयात्रा की शुरुआत प्रख्यात विद्वान प्रो. चंद्रमौली उपाध्याय, काशी विद्वत परिषद के प्रो. राम नारायण द्विवेदी, बीएचयू के ज्योतिष विभाग के प्रो. विनय पांडेय और प्रो. सुभाष पांडेय ने नारियल तोड़कर की. साथ ही हर-हर महादेव के उद्घोष के बीच बटुकों की दो टोलियों ने हाथों में नारा युक्त तख्ती और सनातनी झंडा लेकर “काशीवासी करें पुकार, मांस – मदिरा मुक्त हो काशी दरबार” और “दिव्य काशी, पवित्र काशी. मांस-मदिरा मुक्त हो काशी.” के नारे से लोगों को जागरूक किया.
इस अभियान से लोगों को जोड़ने के लिए पंपलेट भी बांटे गए. यह पदयात्रा राम मंदिर से शुरू होकर कबीर नगर, दुर्गाकुंड, गुरुधाम होते हुए वापस राम मंदिर पहुंची. वहीं दूसरा दल राममंदिर से गुरुधाम, सोनारपुरा, भेलुपूर, चेतमणि चौराहा होते हुए राममंदिर पर समाप्त हुई. पवित्र काशी अभियान के संयोजक और आगमन संस्था के संस्थापक सचिव डॉ. संतोष ओझा ने बताया कि हमारी मांग है कि योगी सरकार धर्म नगरी काशी के अंतर्गृही क्षेत्र में मांस और मदिरा की बिक्री पर रोक लगाए और सप्तपुरी में श्रेष्ठ मोक्ष नगरी काशी को मांस मदिरा मुक्त क्षेत्र घोषित करे.
पवित्र काशी अभियान की सफलता के लिए आगमन 50 हजार लोगों से शपथ – पत्र भरवाया जा रहा है. इसकी सावन मास से की गई है और अब तक़ दो हजार पत्र प्राप्त हो चुके हैं. पदयात्रा में प्रमुख रूप से वीपी सिंह, राहुल गुप्त, लव तिवारी, अभिषेक जायसवाल, दिलीप पांडेय, अजय तिवारी, रामबली मौर्य,अजय दूबे, अर्जुन मौर्य, श्रवण मौर्य आदि भी शामिल थे