Kanpur News: ई-बस सेवा प्रबंधन की चेकिंग टीम ने ई-बसों का औचक निरीक्षण किया. दो बसों में यात्री तो मिले लेकिन एक को छोड़ कर किसी के पास टिकट नही मिला.कंडक्टरों ने यात्रियों से पैसा तो वसूले पर उनका टिकट नहीं काटा. दोनो कंडक्टरों को बर्खास्त कर दिया गया.
दरअसल, चेकिंग टीम ने जाजमऊ में छापेमार कार्रवाई की. यहां ई बस में 12 यात्री सवार मिले, लेकिन 11 के पास टिकट नहीं मिला. यात्रियों ने अधिकारियों को बताया कि बस पर चढ़ते ही कंडक्टर विनोद दीक्षित ने 10 से 20 रुपये ले लिए थे, लेकिन टिकट नहीं दिया.
वहीं, क़िदवई नगर में भी सभी 8 सवारियां बिना टिकट मिली. उन्होंने भी कंडक्टर अशोक कुमार पर रुपए लेकर टिकट न देने का आरोप लगाया. दोनों ही मामलों में कंडक्टर के खिलाफ बर्खास्तगी की कार्रवाई की गई है. कानपुर सिटी ट्रांसपोर्ट कंपनी लिमिटेड के क्षेत्रीय प्रबंधक डीवी सिंह ने बताया कि, कई और कंडक्टर की भी शिकायत मिली है. जिन्हें रंगे हाथ पकड़ने के बाद कार्रवाई की जाएगी.
वहीं पूरे मामले में ई-बस सेवा के एमडी अनिल अग्रवाल का कहना है कि ई बसों में यात्री तो बड़े हैं, लेकिन चोरी के कारण आमदनी ज्यादा नहीं बढ़ रही. चेकिंग टीमों को सक्रिय किया गया है. जिसका असर हो रहा है.
दरअसल, कुछ दिन पूर्व मंडलायुक्त डॉ राजशेखर ने भी ई-बसों का औचक निरीक्षण किया था. जिसमें ई बस ड्राइवर बिना सीट बेल्ट के बस चला रहे थे. वही कंडक्टर भी बस में गुटका खाये हुए थे, और दूसरी बस में कंडक्टर ने यात्री से पैसा तो लिया लेकिन यात्री को टिकट नहीं दिया. ये सब मंडलायुक्त के सामने हुआ, जिसके बाद मण्डलायुक्त ने दो कंडक्टर को निलंबित कर दिया और दोनों ड्राइवर को 1 माह के लिए बर्खास्त कर कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया.
रिपोर्ट- आय़ुष तिवारी